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बीजिंग। कोरोना वायरस के बाद चीन में एक और नई बीमारी का खतरा पैदा हो गया है।
चीन में अब ब्यूबोनिक प्लेग फैल गया है जिससे देश के दक्षिणी-पश्चिमी हिस्से में आपातकाल लगा दिया गया है।
बताया जा रहा है कि एक तीन साल का बच्चा प्लेग की चपेट में आ गया है। आपको बता दें की चीन ने दुनिया
को कोरोना के रूप में ऐसी महामारी दी है, जिससे लाखों लोगों की जान चली गई है। यहीं नहीं इस बीमारी से
दुनिया को बड़ा आर्थिक नुकसान भी हुआ है। डेली एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक प्लेग से संक्रमित बच्चों की
हालत स्थिर है। चीनी प्रशासन ने इस घटना के बाद क्षेत्र में चौथे स्तर के संकट की घोषणा की है। प्रशासन कोरोना
वायरस जैसी एकल बीमारी के प्रसार को रोकने की कोशिश कर रहा है, इसलिए इमरजेंसी की घोषणा। इससे पहले
युन्नान में इसी प्लेग से तीन लोगों की मौत हो गई थी। चीनी सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, मेंघई
के शीशिंग गांव में चूहों के फैलने की घोषणा की गई है। अगस्त में उत्तरी मंगोलिया में सबसे पहले प्लेग का पहला
मामला सामने आया था। इससे पहले देश में 3 स्तर की चेतावनी जारी की गई थी। मंगोलिया में प्लेग के 22
संदिग्ध मामले थे, जिनमें से 6 की पुष्टि हुई। अब यह बीमारी इंसानों में फैल रही है, खासकर कुछ जानवरों
द्वारा। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, प्लेग बैक्टीरिया चूहों, गिलहरियों और स्तनधारियों के
शरीर में रहते हैं। यह अपने काटने या संपर्क के माध्यम से मानव शरीर में प्रवेश करता है। बुबोनिक प्लेग पहली
बार एक जंगली चूहे के कारण हुआ था। चूहे की मृत्यु के बाद, प्लेग बैक्टीरिया ने पिस्सू की मदद से मानव शरीर
में प्रवेश किया। बुबोनिक प्लेग दुनिया में पहले से ही तीन बार फैल चुका है। पहली बार महामारी ने 50 मिलियन
लोगों को मार डाला, दूसरी बार यूरोप की आबादी का 1/3 और तीसरी बार 80,000 लोगों को। अब इस चौथे
प्रकोप की खबर चीन और अमेरिका से 10 दिनों के भीतर आई है।
ब्यूबोनिक प्लेग के लक्षण : बुबोनिक प्लेग को ग्रंथीय प्लेग भी कहा जाता है। पिछले साल मई महीने में मंगोलिया
में ब्यूबोनिक प्लेग से दो लोगों की मौत हो गई थी। इन लोगों ने कच्चा मांस खाया था। चूहे और गिलहरी के
जरिए यह वायरस इंसानों में फैलता है। ब्यूबोनिक प्लेग होने पर इंसान को अचानक बुखार आता है, सिर दर्द, ठंड
लगती है और कमजोरी आ जाती है। शरीर में एक या कई जगहों पर सूजन आ जाती है। बुबोनिक प्लेग को ग्रंथीय
प्लेग भी कहा जाता है। जिससे शरीर में अधिक दर्द होता है, बुखार होता है और दिल की धड़कन तेज हो जाती है।
दो से तीन दिनों के भीतर इंसान के शरीर में फोड़े बनने लगते हैं। गुम्दा (चट्टा) 14 दिनों में तैयार हो जाता है
और तब शरीर में दर्द असहनीय हो जाता है।