नैरोबी (केन्या)। केन्या की रिफ्ट घाटी के एक छोटे शहर लेसोस में फेसमास्क नहीं पहनने को
लेकर पुलिस और स्थानीय निवासियों के बीच हुई झड़प में तीन लोग मारे गए। एक चश्मदीद गवाह ने यह
जानकारी दी। पुलिस ने भी मौतों की पुष्टि की, हालांकि उसने अलग आंकड़ा दिया है। केन्या में कोरोना वायरस के
संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सार्वजनिक तौर पर फेसमास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। पिछले कई
हफ्तों से मानवाधिकार कार्यकर्ता कोरोना वायरस से संबंधित प्रतिबंधों को लागू करते हुए केन्याई पुलिस अधिकारियों
द्वारा की जा रही कथित हत्याओं का विरोध कर रहे हैं। वे अधिकारियों पर रिश्वत लेने का भी आरोप लगा रहे
हैं।प्रत्यक्षदर्शी केनेथ कौंडा ने द एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि बृहस्पतिवार को लेसोस में बिना मास्क पहने एक
मोटरसाइकिल सवार को स्टेशन जाने से रोकने को लेकर पुलिस अधिकारियों और स्थानीय निवासियों के बीच
मारपीट हुई। केन्या में सार्वजनिक रूप से फेस मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है और अनुपालन नहीं करने
पर 200 अमेरिकी डॉलर का भारी जुर्माना देना पड़ सकता है। कौंडा ने जोर देकर कहा कि ड्राइवर को गिरफ्तार
करने वाले एक पुलिसकर्मी ने गुस्से में भीड़ पर गोलियां चलाईं, जिससे एक स्थानीय मोची की मौत हो गई। उसने
कहा कि पुलिसकर्मी ने कम से कम पांच बार भीड़ पर गोलियां चलाईं। कौंडा ने बताया कि मोची की मौत से
गुस्साए निवासियों ने स्थानीय पुलिस प्रमुख के घर में आग लगा दी और एक पुलिस थाने पर पत्थराव किया।
उपद्रव के दौरान दो अन्य लोगों की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई।पुलिस का कहना है कि घटना के पीछे कोई
और कारण है। केन्या पुलिस के प्रवक्ता चार्ल्स ओविनो ने एक बयान में कहा कि अन्य मोटरसाइकिल सवार दो
लोगों को लेकर जा रहे अपने सहकर्मी को गिरफ्तार किए जाने का विरोध कर रहे थे। जबकि सरकार ने वायरस के
प्रसार पर नियंत्रण को लेकर एक से अधिक यात्री पर प्रतिबंध लगा रखा है। ओविनो ने आरोप लगाया कि
मोटरसाइकिल टैक्सी सवार ने गिरफ्तार कर रहे पुलिसकर्मी से राइफल छीनने का प्रयास किया, जिसके बाद गोली
चलानी पड़ी। पुलिस महानिरीक्षक हिलेरी एम ने कहा कि मोची को गोली मारने वाले पुलिसकर्मी को निलंबित कर
गिरफ्तार कर लिया गया है।