लॉस एंजिल्स। कनाडा के जंगलों में लगी आग से निकले धुएं के कारण मध्य पश्चिम से पूर्वी तट तक एक दर्जन से अधिक अमेरिकी राज्यों में 120 मिलियन से अधिक लोग वायु प्रदूषण की चपेट में हैं। गुरुवार को कैनेडियन इंटरएजेंसी फॉरेस्ट फायर सेंटर के अनुसार, कनाडा में सैकड़ों जगहों पर आग लगी हैं। इनमें से 250 से अधिक स्थानों पर तो यह नियंत्रण से बाहर है।
यूएस नेशनल वेदर सर्विस (एनडब्ल्यूएस) के अनुसार धुएं को देखते हुए न्यूयॉर्क, आयोवा, विस्कॉन्सिन, इलिनोइस, इंडियाना, मिशिगन, डेलावेयर और मैरीलैंड सहित एक दर्जन से अधिक अमेरिकी राज्यों में वायु प्रदूषण संबंधी अलर्ट जारी किया गया है। आईक्यू एयर के वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार, गुरुवार सुबह तक, वाशिंगटन डी.सी., शिकागो और डेट्रॉइट दुनिया में सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाले शहरों में से थे।
सीएनएन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका की एक तिहाई से अधिक आबादी वायु गुणवत्ता अलर्ट के अधीन है, इसके कुछ ही सप्ताह बाद पूर्वोत्तर में इसी तरह की जंगल की आग का धुआं छा जाने के बाद अधिकारियों ने जनता से सुरक्षा सावधानी बरतने का आह्वान किया है। एनडब्ल्यूएस ने चेतावनी दी है कि, कनाडा के जंगल की आग का कोई अंत नहीं दिख रहा है, इसलिए खराब वायु गुणवत्ता जारी रहने की संभावना है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों को चिंता है कि धुआं यात्रा में बाधा डाल सकता है और 4 जुलाई की छुट्टियों के दौरान अमेरिकियों के लिए उड़ान में देरी और रद्दीकरण हो सकता है। कनाडा के जंगल की आग के धुएं के कारण सुदूर यूरोप तक आसमान में धुंध छाई हुई है।
यूएस सीडीसी के अनुसार, जंगल की आग का धुआं और राख आंखों, नाक, गले और फेफड़ों में जलन पैदा कर सकता है, इससे लोगों को खांसी या घरघराहट हो सकती है और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। जंगल की आग के धुएं से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका घर के अंदर रहना या बाहर समय सीमित करना है। सीडीसी के अनुसार, यह हृदय या फेफड़ों की बीमारी वाले लोगों के लिए अधिक नुकसानदेह है।