संयुक्त राष्ट्र। ऑस्ट्रेलिया ने एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या में भारत का हाथ होने के कनाडा के आरोपों को ‘‘चिंताजनक’’ बताया और कहा कि कैनबरा ‘‘इससे जुड़े घटनाक्रम पर करीबी नजर बनाए हुए है’’ तथा उसने भारतीय समकक्षों के सामने यह मुद्दा उठाया है।
ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय (यूएनजीए) में एक संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की।
यूएनजीए के उच्च स्तरीय 78वें सत्र में ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहीं वोंग कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इन आरोपों से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे थीं कि प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर (45) की हत्या में ‘‘भारत सरकार के एजेंट’’ शामिल हैं।
वोंग ने कहा, ‘‘देखिए, ये खबरें चिंताजनक हैं और मैंने कहा है कि जांच जारी है, लेकिन निश्चित तौर पर हम अपने साझेदारों के साथ इन आरोपों के बाद के घटनाक्रम पर करीबी नजर रख रहे हैं और हम ऐसा करते रहेंगे।’’
भारत के सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में शामिल निज्जर की पश्चिमी कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे में 18 जून को एक गुरुद्वारे के बाहर दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम था।
भारत ने ट्रूडो के आरोपों को ‘‘बेतुका’’ और ‘‘निहित स्वार्थों से प्रेरित’’ बताते हुए मंगलवार को खारिज कर दिया था।
यह पूछे जाने पर कि क्या ऑस्ट्रेलिया ने भारत के समक्ष यह मुद्दा उठाया है, वोंग ने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया ने अपने भारतीय समकक्षों के समक्ष इन मुद्दों को उठाया है, जैसा कि आप हमसे अपेक्षा करते हैं।’’
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ‘‘अपने साझेदारों के साथ इससे जुड़े घटनाक्रम पर करीबी नजर रख रहा है, हम इस पर नजर रखते रहेंगे और मैं पुष्टि करती हूं कि हमने भारत के साथ अपनी चिंताएं साझा की हैं। मैं उस पर कोई विस्तृत जानकारी नहीं दे रही हूं।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह क्वाड समूह में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत के साझेदार जापान के साथ इस मुद्दे को उठाने की योजना बना रही हैं, वोंग ने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि आप किसी भी देश के विदेश मंत्री से यह उम्मीद नहीं करेंगे कि वह किन मुद्दों को कैसे उठाया गया है या उठाया जाएगा, इस पर विस्तार से टिप्पणी करेंगे, लेकिन मैं आपसे कहूंगी कि ऑस्ट्रेलिया का सैद्धांतिक रुख यह है कि हम इस बात पर भरोसा करते हैं कि सभी देशों की संप्रभुत्ता का सम्मान किया जाना चाहिए।’’
वोंग से पूछा गया कि क्या उन्हें ऑस्ट्रेलिया में भारत के किसी हस्तक्षेप को लेकर कोई चिंता है? जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया एक मजबूत लोकतंत्र है और भारतीय प्रवासी समुदाय के विविध विचार हैं। आप जानते हैं कि हमने ऑस्ट्रेलिया में लोकतांत्रिक चर्चा के संबंध में यह स्पष्ट किया है कि विभिन्न विचारों की शांतिपूर्ण अभिव्यक्ति ऑस्ट्रेलिया के लोकतंत्र का अहम हिस्सा हैं और मुझे लगता है कि अधिकांश आस्ट्रेलियाई इससे सहमत होंगे।’’