वाशिंगटन। अमेरिका ने उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर नरमी का रुख दिखाया है। विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा कि अमेरिका उत्तर कोरिया के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण के मसले पर बिना किसी पूर्व शर्त के सीधी वार्ता को तैयार है। टिलरसन का यह बयान ऐसे समय आया है जब उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अपने देश को दुनिया का सबसे शक्तिशाली परमाणु संपन्न देश बनाने का प्रण लिया है।
उत्तर कोरिया ने दो हफ्ते पहले ही एक और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था। इस परीक्षण के बाद किम जोंग उन ने दावा किया था कि अब पूरा अमेरिका उसकी मिसाइलों की जद में आ गया है। हालांकि टिलरसन का यह ताजा बयान उनकी पूर्व की टिप्पणियों के उलट है जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका प्योंगयांग से वार्ता नहीं करेगा। उत्तर कोरिया से तभी बातचीत होगी, जब वहां का शासन परमाणु निरस्त्रीकरण को तैयार होगा।
वाशिंगटन में मंगलवार को अटलांटिक काउंसिल फोरम के एक कार्यक्रम में टिलरसन ने कहा, “हम उत्तर कोरिया के साथ किसी भी समय वार्ता के लिए तैयार हैं। हम बिना किसी पूर्व शर्त के पहली बैठक करने पर राजी हैं।” अमेरिकी विदेश मंत्री यह प्रस्ताव राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उन चेतावनियों के विपरीत है जिसमें उन्होंने कहा था कि बातचीत की राह विफल हो गई है, टिलरसन अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। हालांकि टिलरसन के इस बयान के बाद ह्वाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा कि उत्तर कोरिया को लेकर राष्ट्रपति के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। वहीं विदेश मंत्रालय ने साफ किया कि वार्ता का अंतिम लक्ष्य उत्तर कोरिया का पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण होगा।
23 मिसाइल परीक्षणों से बढ़ा तनाव
उत्तर कोरिया ने इस साल अपने मिसाइल कार्यक्रम को तेज कर दिया है। वह फरवरी से अब तक 23 मिसाइलों का परीक्षण कर चुका है। उसने सितंबर में छठी बार परमाणु परीक्षण किया था। उसने इसे हाइड्रोजन बम का परीक्षण करार दिया था।
किम ने ली देश को शक्तिशाली ताकत बनाने की शपथ
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अपने देश को दुनिया का सबसे शक्तिशाली परमाणु ताकत बनाने की शपथ ली है। यहां की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए के अनुसार, हालिया मिसाइल परीक्षण को सफल बनाने वाले कर्मचारियों से किम ने कहा कि उनका देश विजेता की तरह आगे बढ़ेगा और विश्व में सबसे शक्तिशाली परमाणु और सैन्य ताकत बनेगा।