इस्लामाबाद, 29 मई । पाकिस्तान ने कहा है कि सऊदी अरब की नेतृत्व वाली इस्लामी सैन्य गठबंधन में औपचारिक रुप से शामिल होने से पहले वह गठबंधन (आतंकवाद के खिलाफ आईएमएटी) के शर्तों की समीक्षा करेगा। इस पहल में अपनी भागीदारी से किसी भी नकारात्मक नतीजे से बचने के लिए उत्सुक और विशेष रूप से ईरान के साथ अपनी द्विपक्षीय संबंध में, पाकिस्तान ने रियाद को सूचित किया है कि 41-देशीय गठबंधन का एक हिस्सा होने के लिए वह पूरी तरह समर्पित है और साथ ही आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध भी है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने पाकिस्तान सरकार के सूत्रों के हवाले से बताया कि सऊदी अधिकारियों के कुछ बयान के बाद कि वह गठबंधन का इस्तेमाल ईरान के खिलाफ कर सकता है, पाकिस्तान इसमें शामिल होने के लिए गहरे विचार कर रहा है। यहां अधिकारियों का कहना है कि सउदी अरब के इस पहल का एकमात्र उद्देश्य आतंकवाद और उग्रवाद से लड़ना होगा। भाग लेने वाले देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक के दौरान गठबंधन के शर्तों की समीक्षा को अंतिम रूप दिया जा सकता है।