जकार्ता। इंडोनेशिया में सिनाबंग पर्वत (ज्वालामुखी पर्वत) के फटने के कारण चेतावनी जारी की गई है। हवा में राख के कणों की वजह से सिनाबंग पर्वत के ऊपर गुजरने वाली उड़ानों को भी चेतावनी जारी की गई है। दरअसल, ज्वालामुखी फटने के कारण हवा में 7 किमी से अधिक (4.4 मील) दायरे में राख के कण हवा के तैर रहे हैं। जिस वजह से उड़ाने को खतरा है।
ज्वालामुखी के गड्ढे के आसपास के क्षेत्र राजधानी जकार्ता से 1,900 किलोमीटर उत्तर में सुमांता द्वीप पर स्थित है। जिसकी सीमा ज्वालामुखी गतिविधियों के वजह से कई वर्षों के लिए बंद कर दी गई।
इंडोनेशिया ने वॉलकेनो ऑब्जरवेटरी नोटिस जारी करते हुए विमानन कंपनी को रेड अलर्ट किया है और कहा है कि ज्वालामुखी फटने के कारण राख के कण आसमान में हवा में मिल गए हैं। राख के कण 23,872 फुट (7,276 मीटर) ऊपर जा पहुंचे हैं।
सिनाबंग इंडोनेशिया के सुमांता द्वीप के उत्तरी हिस्से में कारू पठार पर स्थित एक ज्वालामुखी पर्वत है। यह प्लीस्टोसीन-होलोसीन युग में निर्मित एक स्तरित ज्वालामुखी है, जो कि मेडन में कुआंलानामु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के 27 किली दक्षिण पश्चिम की दिशा में है।
क्षेत्रीय हवाईअड्डा प्राधिकरण के प्रमुख नूर इशिन इस्तियांटो ने कहा, आचेह प्रांत के कुटाकैन हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है, लेकिन हवा की दिशा कुआंलानामु, मेलाबोह और सिलांगित हवाईअड्डे के खुले रहने की अनुमति देती है।
उन्होंने बताया कि पांच जिलों में लगभग पांच मीटर की दृश्यता के साथ अंधेरा छाया हुआ है। फिलहाल अबतक किसी भी जानमाल के नुकसान की कोई जानकारी नहीं है। लोगों से सिनाबंग पर्वत से करीब 7 किमी तक दूरी बनाए रखने की अपील की गई है।