संयोग गुप्ता
वाशिंगटन। अमेरिका की नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने सोमवार को माना
कि 20 जनवरी को जो बाइडन के अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने के बाद सरकार के सामने
आगे कई चुनौतियां होंगी और उन सबसे निपटना आसान नहीं होगा।
मार्टिन लूथर किंग जूनियर की जयंती पर मनाये जाने वाले ‘डे ऑफ सर्विस’ के मौके पर सोमवार को
एनाकोस्टिया में गैर सरकारी संगठन ‘मार्थाज टेबल’ में आयोजित कार्यक्रम में हैरिस ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हमें
बहुत सारा काम करना है। इन चुनौतियों से निपटना इतना आसान नहीं होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पहले भी चर्चा की है। जो (बाइडन) ने टीकाकरण, कामकाजी लोगों और परिवारों को राहत
देने के लिए योजना बतायी है। बहुत कुछ करना है। कुछ लोग कहते हैं कि हमारा महात्वाकांक्षी लक्ष्य है।
लेकिन हमारा मानना है कि कड़ी मेहनत और अमेरिकी संसद के सदस्यों की मदद से हमलोग इसे कर पाएंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अमेरिका की अगली उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने का बाट जोह रही हूं। मैं फख्र के साथ
सिर बुलंद कर के वहां जाऊंगी और शपथ ग्रहण में हिस्सा लूंगी।’’
कमला हैरिस और उनके पति डगलस एमहॉफ सोमवार को एनाकोस्टिया में ‘मार्थाज टेबल’ के कार्यक्रम में
मौजूद थे। इस दौरान दंपति ने लोगों के लिए खाद्य सामग्री पैक किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमलोग यहां सेवा कर रहे कार्यकर्ताओं की मदद के लिए आए हैं। ‘डे ऑफ सर्विस’ के मौके पर
यहां जैक एंड जिल से कई स्कूली छात्र आए हैं। इस दिन हमलोग डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर को
श्रद्धांजलि देते हैं और उनके योगदान को याद करते हैं।’’
वर्ष 1994 में संसद ने ‘मार्टिन लूथर किंग हॉलिडे’ को राष्ट्रीय सेवा दिवस के तौर पर मान्यता दी थी। वर्ष
2009 में तत्कालीन नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ओबामा ने राष्ट्रीय सेवा दिवस के दिन सभी अमेरिकीयों को हिस्सा
लेने का आह्वान किया था।