सारांश गुप्ता
वाशिंगटन। अमेरिका ने हांगकांग के चार विधायकों को विधान परिषद की सदस्यता से
अयोग्य करार देने के चीन के कदम की कड़ी निंदा की है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट सी ओब्रेयन
ने बुधवार को कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) चीन-ब्रिटेन संयुक्त घोषणा
पत्र में अतंरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष की गई प्रतिबद्धताओं और हांगकांग के लोगों के साथ किए गए वादों का
घोर उल्लंघन कर रही है जिनमें मूलभत कानून भी शामिल है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक देश दो विधान सीपीसी के लिए
अपनी कारस्तानी छिपाने की कोशिश है जो हांगकांग में एक पार्टी की तानाशाही का विस्तार कर रही है।’’
उल्लेखनीय है कि हांगकांग विधायिका के चार लोकतंत्र समर्थक सदस्यों को बुधवार को अयोग्य करार दे दिया गया।
इसके बाद बाकी बचे 15 लोकतंत्र समर्थक सदस्यों ने भी सामूहिक इस्तीफे देने की घोषणा कर दी। चार विधायकों
को अयोग्य करार देने का यह कदम चीन की संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी समिति की बैठक में इससे
जुड़ा एक प्रस्ताव के पारित हेोने के बाद उठाया गया। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि जो हांगकांग की स्वतंत्रता की
बात करते हैं या उस पर चीनी संप्रभुता को स्वीकारने से इनकार करते हैं, तथा ऐसे काम करते हैं जिससे राष्ट्रीय
सुरक्षा को खतरा पैदा होता है या फिर शहर के मामलों में बाहरी ताकतों से हस्तक्षेप की मांग करते हैं, उन्हें
सरकार अयोग्य ठहरा सकती है। ओब्रेयन ने कहा, ‘‘अमेरिका हांगकांग मानवाधिकार और लोकतंत्र अधिनियम,
हांगकांग की स्वायत्तता अधिनियम और कार्यकारी आदेश से मिली शक्तियों का इस्तेमाल स्थिति को सामान्य करने
और हांगकांग की आजादी को खत्म करने की कोशिश करने वालों पर प्रतिबंध लगाने में करता रहेगा।’’