नई दिल्ली। अमेरिका द्वारा चीन से मेटल इम्पोर्ट पर 60 अरब डॉलर का टैरिफ लगाए जाने के बाद चीन बौखला गया है। अब उसने अमेरिका को इसका जवाब देने की तैयारी कर ली है और अमेरिका से आयात होने वाली 128 वस्तुओं पर इम्पोर्ट ड्यूटी लगाने का प्रस्ताव दिया रखा है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने वेबसाइट पर एक बयान जारी किया है। इसके मुताबिक चीन कुल 128 वस्तुओँ पर इम्पोर्ट टैरिफ लगा सकता है। इनमें फल, मेवा, स्टील पाइप, मांस और शराब आदि प्रोडक्ट शामिल हैं। 2017 में इन 128 वस्तुओँ का कुल आयात मूल्य 300 करोड़ डॉलर रहा। बयान के मुताबिक इन प्रोडक्ट पर 15 फीसद तक का इम्पोर्ट टैरिफ लगाया जा सकता है। वहीं मांस और एल्युमीनियम उत्पादों पर 25 फीसद इम्पोर्ट टैक्स लगाने का प्रस्ताव है। इस बयान में अभी ज्यादा गहराई से जानकारी नहीं दी गई है।
चीन की ओर से अधिकारिक बयान में यह कहा गया है कि इन 128 प्रोडक्ट्स पर टैरिफ दो चरणों में लगाया जा सकता है अगर वाशिंगटन के साथ सभी 128 उत्पादों पर एक समझौते नहीं हो पाता है। साथ ही मंत्रालय ने अपने बयान में यह भी कहा है कि वे अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन के नियमों के तहत कानूनी कार्रवाई के लिए भी आगे बढ़ सकते हैं। आपको बता दें कि चीन की ओर से 300 करोड़ डॉलर के आयात पर इम्पोर्ट ड्यूटी कुल आयात का बहुत छोटा सा हिस्सा है। चीन में अमेरिका से हर साल करीब 17200 करोड़ डॉलर का आयात होता है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया है कि अमेरिका की ओर से हाल में लगाई गई ड्यूटी से बहुपक्षीय व्यापार को नुकसान हो रहा है और अंतराष्ट्रीय व्यापार को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। चीन इस आपसी व्यापार संबंधों को नुकसान पहुंचाना नहीं चाहता है और इसके लिए वह वाशिंगटन से इस मामले को सुलझाना चाहता है।
चीन की कार्रवाई से पहले गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उस मसौदे पर हस्ताक्षर किये जिसके बाद चीन से इम्पोर्ट होने वाले 6000 करोड़ डॉलर के आयात पर टैरिफ लगाया जाएगा। ट्रंप ने कहा कि ये व्यापार के क्षेत्र में लिए जाने वाले तमाम एक्शन में से पहला है।
आयात पर शुल्क लगाने के बाद दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच छिड़े ट्रेड वार को विशेषज्ञ दुनिया भर के बाजारों के लिए अच्छा नहीं मान रहे हैं। गुरुवार को अमेरिका के शेयर बाजार में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली, वहीं आज एशियाई बाजारों में भी भारी बिकवाली का रुख है। ग्लोबल मार्केट में आई इस गिरावट से भारतीय बाजारों में भी गिरावट का खतरा गहरा गया है।
बाजार में आई भारी गिरावट के चलते ग्लोबल मार्केट में सोने की चमक बढ़ी। कॉमैक्स पर सोना 10 डॉलर से ज्यादा उछलकर 1338 डॉलर प्रति औंस के लेवल पर पहुंच गया। वहीं बॉण्ड मार्केट में भी खरीदारी देखने को मिली। बाजार में आई गिरावट के बाद ट्रडर्स बॉण्ड और सोने में सुरक्षित विकल्प के तौर पर खरीदारी कर रहे हैं।