वाशिंगटन। श्रीलंका में अमेरिका के राजदूत के रूप में राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा नामित
वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक जूली चुंग ने कहा कि अमेरिका को हिंद महासागर के बीचों-बीच एवं रणनीतिक रूप से
महत्वपूर्ण स्थान पर स्थित द्वीप राष्ट्र के साथ रचनात्मक संबंध बनाने की आवश्यकता है।
विदेश सेवा अधिकारी चुंग ने 'सीनेट फॉरेन रिलेशन्स कमेटी' के सदस्यों से कहा कि श्रीलंका हिंद महासागर के
बीचों-बीच एवं रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थान पर स्थित है और वैश्विक समुद्री मार्गों तथा व्यापारिक मार्गों तक
पहुंच के साथ इसके महत्वपूर्ण बंदरगाह एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते
हैं।
चुंग ने कहा, ''यह बात श्रीलंका के नागरिक समाज, निजी क्षेत्र और श्रीलंकाई लोगों समेत द्वीप राष्ट्र के साथ
अमेरिका के रचनात्मक संबंध स्थापित करने की आवश्यकता को बल देती है।''
उन्होंने किसी देश का नाम लिए बिना कहा, ''हमें श्रीलंका में व्यापार करने वाली अमेरिकी कंपनियों का भी समर्थन
करना चाहिए तथा (अमेरिका के) विकास वित्त निगम एवं निर्यात-आयात बैंक के पास मौजूद उपकरणों का उपयोग
करना चाहिए ताकि वे जबरन उधार देने और अपारदर्शी अनुबंधों के विकल्प प्रदान कर सकें।''
चीन श्रीलंका की विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में सबसे बड़े निवेशकों में से एक है, लेकिन इस निवेश की
स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हुई है और इस बात को लेकर चिंता बढ़ रही है कि चीन ने श्रीलंका
को कर्ज के जाल में फंसाया है।
श्रीलंका की पूर्ववर्ती मैत्रीपाला सिरिसेना सरकार ने 1.2 अरब डॉलर के ऋण के कारण एक सरकारी चीनी कंपनी को
2017 में हंबनटोटा बंदरगाह 99 साल के लिए पट्टे पर दिया था।