संयुक्त राष्ट्र। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंतोनियो गुतारेस की मेजबानी में अगले महीने अफगानिस्तान को लेकर होने वाली विशेष दूतों की बैठक में अपनी भागीदारी को सकारात्मक नजरिये से देख रहा है। गुतारेस एक मई और दो महीने को कतर की राजधानी दोहा में इस बैठक की मेजबानी करेंगे।
भारत के बैठक में हिस्सा लेने संबंधी सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा, ‘‘हम इस पर गौर कर रहे हैं। हम इसे सकारात्मक रूप से देख रहे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि हम समय करीब आने पर उचित फैसला लेंगे।”
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य अफगानिस्तान की स्थिति पर टिकाऊ तरीके से आगे बढ़ने के लिए सामान्य लक्ष्यों के इर्दगिर्द अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता को फिर से मजबूत करना है।
उन्होंने कहा, ‘‘महासचिव ने यह कहा है और उनका मानना है कि व्यावहारिकता एवं सिद्धांतों के आधार पर और रणनीतिक धैर्य के साथ नजरिए को आगे बढ़ाना और रचनात्मक, लचीले, सैद्धांतिक और रचनात्मक जुड़ाव के लिए मापदंडों की पहचान करना तत्काल प्राथमिकता है।’’
अफगान तालिबान ने 2021 में अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा किया था और तभी से देश आर्थिक संकट से जूझ रहा है। कई देशों ने तालिबान की सरकार को मान्यता देने से मना कर दिया है।