भिंडी एक ऐसी सब्जी है, जिसे अधिकतर घरों में बनाया जाता है। यह खाने में जितनी लजीजदार होती है, उतनी ही सेहतमंद भी होती है। यह आपके ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्राल को कंट्रोल करने से लेकर आपके मूड को बेहतर बनाती है। भिंडी हर व्यक्ति को किसी न किसी रूप में फायदा ही पहुंचाती है। तो चलिए आज हम आपको भिंडी से होने वाले लाभों के बारे में बताते हैं-
पोषक तत्वों से पैक
भिंडी के सेवन का एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को लाभ पहुंचाते हैं। इसमें आपको कैल्शियम, आयरन से लेकर जिंक, पोटेशियम, एंटी ऑक्सीडेंट्स व डायटरी फाइबर आदि पाए जाते हैं। यह सभी तत्व शरीर के विकास में अहम भूमिका अदा करते हैं।
बूस्टअप करे एनर्जी
आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी में अधिकतर लोग हमेशा ही थकान और शरीर में ऊर्जा की कमी का रोना रोते हैं। ऐसे लोगों को अपने भोजन में भिंडी को जगह अवश्य देनी चाहिए। दरअसल, भिंडी में मौजूद बीजों में कुछ एंजाइम्स व पोषक तत्व पाए जाते हैं जो रक्त में लैक्टिक एसिड व अन्य केमिकल के स्तर को कम करते हैं। यही केमिकल आपकी थकान की मुख्य वजह बनते हैं।
वजन कम करने में सहायक
अगर आप अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं तो भी भिंडी आपके वजन को नियंत्रित करने में आपकी मदद कर सकती है। दरअसल, भिंडी में डायटरी फाइबर पाया जाता है और जब आप इसका सेवन करते हैं तो आपको लंबे समय तक पेट भरे होने का अहसास होता है। ऐसे में आप अतिरिक्त कैलोरी का सेवन करने से बच जाते हैं। वहीं दूसरी ओर, भिंडी में कैलोरी कम मात्रा में पाई जाती है, जबकि पोषक तत्व काफी मात्रा में पाए जाते हैं। अर्थात आप कम कैलोरी में अपने शरीर को सही पोषण प्रदान कर रहे हैं।
कोलेस्ट्रॉल लेवल बनाए बेहतर
अगर आप अपने आहार में भिंडी को शामिल करते हैं तो आप अपने शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बेहद आसानी से बनाए रख सकते हैं। दरअसल, भिंडी में किसी तरह का फैट नहीं होता। साथ ही इसमें कुछ ऐसे तत्व भी होते हैं जो बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके गुड कोलेस्ट्रॉल को शरीर में बढ़ावा देते हैं। साथ ही भिंडी मेटाबॉलिक डिसऑर्डर को ठीक करके भी आपको एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है।
कैंसर से बचाव
भिंडी में कुछ एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं जो कैंसर के रोगियों में ट्यूमर के आकार को कम करने में सहायक होते हैं। एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि भिंडी मेलेनोमा कोशिकाओं के इलाज में मदद करने में सहायक होती है। यह स्किन कैंसर से लेकर ब्रेस्ट कैंसर तक के प्रभाव को कम करती है। इस तरह कैंसर रोगियों के लिए यह कई मायनों में लाभदायक है।