महिलाओ की शेविंग से कई मिथ जुड़े हुए है। कई महिलाओं को सही जानकारी न होने की वजह से वे भ्रम में पड़ जाती है। भारतीय महिलाओं के लिए नरम और कोमल त्वचा ही खूबसूरती का आधार होती है। इसलिए वे रेजर का इस्तेमाल करने से बचती हैं। हालांकि इसके पीछे कुछ मिथ भी होते हैं। इनमें से किसी भी मिथ का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। आइए जानते हैं शेविंग से जुड़े कुछ सामान्य मिथ और उनकी वास्वतविकता….
शेविंग से बाल मोटे होते है:- शेविंग करने से दोबारा बाल काफी तेजी से उगते हैं तथा वे अधिक काले और मोटे होते हैं- रेजर से जुड़ा यह सबसे सामान्य मिथ है। जब आप रेजर का इस्तेमाल करती हैं, तो आप बालों को त्वचा की सतह के स्तर पर काटती हैं। रेजर बालों की जड़ों पर असर नहीं डालता। इसलिए यह बालों के दोबारा उगने को प्रभावित नहीं कर सकता। बालों का बढ़ना अनुवांशिकता और हॉर्मोंस पर निर्भर करता है।
दूसरे का रेजर:- किसी दूसरे व्यक्ति का रेजर इस्तेमाल करना बिलकुल समझदारी भरा फैसला नहीं है। पहली चीज यह बिलकुल अनहाइजीनिक है और दूसरा, महिलाओं की हेयर रिमूवल जरूरतें पुरुषों के मुकाबले अलग होती हैं। तो, बेहतर है कि आप अपना ही रेजर इस्तेमाल करें, अपने साथी का रेजर इस्तेमाल करने की सलाह हम नहीं देंगे।
त्वचा रूखी हो जाती है:- शेविंग से त्वचा रूखी अथवा परतदार नहीं बनती। इसके विपरीत शेविंग त्वचा को पोषण देती है, क्योंकि यह ऊपरी मृत त्वचा को हटाने का काम करती है और नीचे की नरम और कोमल त्वचा को ऊपर लेकर आती है। त्वचा को लचीला बनाये रखने के लिए शेविंग के बाद मॉश्चराइजर लगाने की सलाह दी जाती है।
बाल तेजी से बढ़ते है:- शेविंग से आपके बाल तेजी से बढ़ते हों, इसमें कोई सच्चाई नहीं है। उम्र के हर स्तर पर हमारे बाल अलग गति से बढ़ते हैं। इसके साथ ही लिंग और हॉर्मोंस का भी इस पर असर पड़ता है। उदाहरण के लिए बगलों के बाद टांगों के बालों की अपेक्षा 50 फीसदी अधिक तेजी से बढ़ते हैं।
बार-बार शेव:- एक ही क्षेत्र पर बार-बार शेव करने से आपको नजदीकी शेव नहीं मिलती। रेजर इस्तेमाल करते समय ऐसा करने की बिलकुल जरूरत नहीं होती। तो अगर आपको बाल हटाने में परेशानी हो रही है, तो वक्त आ गया है कि आप अपना रेजर बदल लें।