स्त्री को पीरियड्स आना नॉर्मल माना जाता है। लेकिन किसी भी लड़की के लिए वो दिन काफी तकलीफदेह होते हैं। इस दौरान महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मासिक धर्म के दिनों में महिलाओं को तेज दर्द, चिड़चिड़ेपन, मूड स्विंग्स, तनाव और पाचन संबंधित समस्याएं होती हैं। आमतौर पर महिलाएं मासिक धर्म में होने वाली समस्याओं को नॉर्मल मानती हैं, लेकिन इन्हीं समस्याओं में कुछ ऐसी समस्याएं भी होती हैं, जो यह संकेत देती हैं कि आपके पीरियड्स नॉर्मल नहीं हैं। तो चलिए जानते हैं इन संकेतों के बारे में−
अत्यधिक रक्त स्त्राव
पीरियड्स के दौरान रक्त स्त्राव तो होता ही है, लेकिन अगर आपको होने वाला रक्त स्त्राव आवश्यकता से अधिक होता है तो यह आपके लिए खतरे की घंटी है। हैवी ब्लड फलो का अंदाजा आप दिनभर में बार−बार बदलने वाले पैड से लगा सकती हैं। अगर आपको पीरियड्स के दौरान एक दिन में पांच या उससे भी ज्यादा पैड चेंज करने पड़ते हैं तो यह संकेत है कि अब आपको सतर्क हो जाने की आवश्यकता है। अत्यधिक रक्त स्त्राव हार्मोन असंतुलन के कारण भी होता है। इसलिए ऐसा होने पर आप एक बार डॉक्टर से अवश्य मिलें।
अत्यधिक क्रैम्प व दर्द
बहुत सी महिलाओं को पीरियड्स के दौरान तेज दर्द का अहसास होता है, लेकिन अगर आपको असहनीय दर्द हो रहा है या फिर आपको अपने पेल्विक एरिया पर शूटिंग सेंसेशन हो रहा है तो आप इस लक्षण को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। यह संकेत है कि आपको किसी न किसी की तरह की स्वास्थ्य समस्या है।
दर्द भरा बाउल मूवमेंट
कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान मल विसर्जन के दौरान भी काफी दर्द का सामना करना पड़ता है। वैसे पीरियड्स में पेट दर्द के कारण मल विसर्जन में हल्के दर्द को नॉर्मल माना जाता है लेकिन अगर आपको काफी दर्द हो रहा है तो यह संकेत है कि आपको एंडोमेटोसिस हो सकता है। इसके अतिरिक्त बाउल मूवमेंट में दर्द आपके लिए कई बीमारियों की ओर इशारा करता है।
इस पर भी रखें नजर
अपनी हेल्थ पर पैनी नजर रखने के लिए जरूरी है कि आप कुछ बातों पर विशेष ध्यान दें। मसलन, अगर पिछले कुछ समय से आपको पीरियड्स के दौरान अपने शारीरिक स्वास्थ्य में कुछ बदलाव नजर आते हैं या फिर अब आपको लगता है कि पीरियड्स के दौरान अब आपको पहले से कुछ ज्यादा ही दर्द होता है या फिर अन्य कोई समस्या होती है तो आप एक बार डॉक्टर से इस बारे में बात अवश्य करें।