हिंदू धर्म में किसी भी प्रकार की पूजा-अर्चना हो या फिर बरातियों का स्वागत करना हो तो सबमे पाम के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। पान एक ऐसी चीज है जो आज के युग से चलन में न होकर राजा-महाराजा के समय से चली आ रही है।
इतना ही नही बनारस और महोबा के पान तो विश्व प्रसिद्ध है। इतना ही नही फिलेमी गलियारों में पान के गानों के कारण हर गली-महोल्ला में इसके गाने सुनाई देते है। साथ ही यह एक औषधि भी है।
हम यह बात मान सकते है कि पान के पत्तों में सुपारी, तंबाकू, चूना आदि लगा कर खाने से स्वास्थ संबंधी बीमारी हो सकती है। लेकिन आगर आप केवल पान के पत्तें का इस्तेमाल करते है तो यह काफी लाभकारी हो सकता है। इसे खानें से गंभीर से गंभीर बीमारियों से निजात मिल सकता है। जानिेए पान खाने से होने वाले फायदों के बारें में।
पाचन को सुधारें:- पान के पत्ताा का वैसे माउथ फेशनर की तरह इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इसे चबाने से हमारें लिए कापी फायदेमंद हो सकता है। जब हम इसे चबा कर खाते है तब हमारी लार ग्रंथि पर असर पड़ता है। इससे इससे सलाइव लार बनने में मदद मिलती है। जो हमारी पाचन तंत्र के लिए बहुत ही जरुरी है। अगर आपने भारी भोजन भी कर दिया है उसके बाद आप पान खा लें। इससे आपको भोजन आसानी से पच जाएगा।
मुंह के कैंसर से बचाए:- पान सिर्प छोटी बीमारियों के लिए ही लाभकारी नही हा बल्कि गंभीर बीमारियों के लिए फायदेमंद है। पान के पत्ते को चबाने से मुंह के कैसंर से बचा जा सकता है। क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में एस्कॉर्बिक एसिड होता है जो एक उत्कृाष्टप एंटीऑक्सिडेंट है। जो बॉड़ी में फ्री रैडिकल को कम करता है।
माउथ-फ्रेशर:- पान के पत्तोंक में कई ऐसे यौगिक होते हैं जो सांसों में बदबू को खत्म करता है। इसके अलावा पान में लौंग, सौंफ, इलायची जैसे विभिन्न मसाले मिलने से ये एक बेहतरीन माउथ-फ्रेशर भी बन जाता है।
सेक्सर पावर:- पान को सेक्सक का सिंबल भी माना जाता है। सेक्सर संबंध से पहले खाने से इस क्रिया का अधिक सुख लिया जा सकता है। इसलिए नए जोड़े को पान खिलाने की परंपरा भी काफी पुरानी है। इसलिए इसे दिया जाता है।
मसूड़ों में सूजन या गांठ आ जाने पर:- अगर आपके मसूड़े में गांठ या फिर सूजन हो जाए तो पान का इस्तेमाल काफी लाभदायक होता है। पान में पाए जाने तत्व इन उभारों को कम करने का काम करते हैं।
साधारण बीमारियों और चोट लगने पर:- अगर आपको सर्दी हो रखी है तो ऐसे में पान के पत्ते आपके लिए फायदेमंद रहेंगे। इसे शहद के साथ मिलाकर खाने से फायदा होता है। साथ ही पान में मौजूद एनालजेसिक गुण सिर दर्द में भी आराम देता है।
गैस्ट्रिक अल्सर से बचाव:- पान के पत्तेृ के रस को पीने से गैस्ट्रिक अल्सर को रोकने में काफी मदद करता है। क्योंकि इसे गैस्ट्रो प्रोटेक्टिव गतिविधि के लिए भी जाना जाता है।
पढ़े औषधीय गुणों के बारें में…
-मुंह के छालों के लिए पान बहुत फायेदेमंद होता है। छाले पड़ने पर पान के रस को देशी घी से लगाने पर प्रयोग करने से फायदा होता है।
-पान के पत्ते का ब्लठड शुगर कंट्रोल करने में काफी सहायक होते हैं। और इसे एंटी डायबिटिक गुण के रुप में भी जाना जाता है।
-सांस की नली में दिक्कत होने पर पान का तेल का इस्तेमाल करना फायदेमंद है। इसके लिए पान के तेल को गर्म करके सोते वक्त सीने पर लगाने से श्वास नली की बीमारियों से निजात मि जाता हैं।
-अगर आपके सिर में दर्द हो रहा हो तो इसके लिए पान के पत्ते लाभकारी हो सकते है। इसके लिए माथे पर पान के पत्तोंक का पेस्ट लगाएं।
-अगर आपको मसूड़ों से खून आ रहा हो तो इसके लिए पान के पत्तों को पानी में उबालकर उन्हेंय मैश कर लें। इन्हेंय मसूड़ों पर लगाने से खून बहना बंद हो जाता है।