दालों में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। वहीं गर्भवती महिलाओं को भी अपने खाने में दाल शामिल करने की सलाह दी जाती है। दाल कई तरह की होती हैं, लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए मूंग की दाल सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है। अगर आप भी प्रेग्नेंट हैं तो आपको हेल्दी डाइट जरूर लेनी चाहिए। आज हम आपको इस आर्टिकल में मूंग दाल खाने के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं। मूंग दाल न सिर्फ गर्भ में पलने वाले बच्चे बल्कि मां के लिए भी काफी फायदेमंद होती है। साथ ही आपको यह भी जानना चाहिए कि मूंग की दाल गर्भवती मां को किस तरह फायदा पहुंचाता है।
प्रोटीन
बता दें कि प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए मूंग की दाल काफी फायदेमंद होती है। क्योंकि मूंग की दाल में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। यह प्रेग्नेंट महिला को भरपूर एनर्जी और पोषण देने का काम करता है। वहीं प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए प्रोटीन काफी फायदेमंद होता है। प्रोटीन आपकी कोशिकाओं की मरम्मत करने के साथ ही नई कोशिकाओं को बनाने में सहायक होता है। वहीं बॉडी में मांसपेशियों को बनाने में भी प्रोटीन आवश्यक होता है।
फाइबर
पीली मूंग की दाल में फाइबर मौजूद होता है। गर्भवती महिलाओं के लिए यह दाल काफी हेल्दी होती है। बता दें कि पीली मूंग की दाल फाइबर कब्ज और गैस्ट्रिक अल्सर के जोखिम को काफी हद तक कम करता है। इसके अलावा दाल में मौजूद फाइबर से मितली, ऐंठन, पेट फूलने की समस्या और मॉनिंग सिकनेस को भी कम करता है। बता दें कि सिर्फ दाल से ही नहीं बल्कि हरी सब्जियों और फलों से भी फाइबर मिलता है।
आयरन
प्रेग्नेंसी में मां व बच्चे के लिए सभी तरह के पोषक तत्व आवश्यक होते हैं। वहीं मां व बच्चे के लिए आयरन भी आवश्यक होता है। मूंग की दाल से आयरन की पूर्ति की जाती है। आयरन अहम मिनरल होता है, जो शरीर को प्रापर कार्य करवाने में मदद करती है। पीली मूंग दाल हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है। मूंग दाल के सेवन से आयरन की पूर्ति होती है। बता दें कि आयरन की कमी से थकान व एनीमिया हो सकता है। जिससे आपके बच्चे को नुकसान हो सकता है।
फोलिक एसिड
मूंग का सेवन गर्भावस्था के दौरान फोलेट प्रदान करता है। शिशु के विकास और वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए मूंग दाल में मौजूद फोलेट बहुत फायदेमंद होता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक जब गर्भ में शिशु जल्दी विकसित हो रहा होता है, तो फोलिक एसिड न्यूरल ट्यूब बनाने में सहायक होता है। फोलिक एसिड काफी अहम होता है क्योंकि यह बच्चे के दिमाग, रीढ़ से संबंधित दोषों को होने से रोकने में मदद करता है। यह दाल बच्चे के दिमाग की कोशिकाओं के लिए काफी अच्छी होती है। कई बच्चों में जन्म से स्पीना बिफिडा दोष होते हैं। वहीं इस दाल के सेवन से शिशु की याद्दाश्त अच्छी होती है और उसका दिमाग तेज होता है।
एंटीऑक्सीडेंट
गर्भावस्था के दौरान मूंग दाल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को सुरक्षा प्रदान करने का काम करता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, मूंग दाल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचाता है और पहली तिमाही में गर्भपात खतरा कम होता है। मूंग दाल के सेवन से शरीर फ्री-रेडिकल डैमेज से भी बचता है और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कम होता है।