आज के समय में रिफाइंड शुगर यानी चीनी को हमारे स्वास्थ्य का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है। कई हेल्थ एक्सपर्ट इसे डाइट से पूरी तरह दूर रखने की सलाह भी देते हैं। खासतौर पर डायबिटीज के मरीजों को इससे हमेशा परहेज करना पड़ता है। हालांकि कुछ लोग ऑप्शन के तौर पर गुड़, नो शुगर टैबलेट या स्टेविया लेते हैं। लेकिन ऐसे में आपका यह जानना बेहद जरूरी है कि क्या यह चीजें आपकी हेल्थ को फायदा पहुंचाती हैं या नुकसान।
गुड़ में पाए जाते हैं पोषक-तत्व
डाइटीशियन कामिनी सिन्हा के अनुसार, चीनी के मुकाबले गुड़ में कुछ जरूरी पोषक तत्व जरूर मिलते हैं। लेकिन इसमें पोषक-तत्वों की मात्रा काफी कम होती है। उदाहरण के तौर पर एक से दो चम्मच गुड़ में न के बराबर पोषक तत्व होते हैं। लेकिन 1 से 2 चम्मच गुड़ में चीनी के बराबर कैलोरी पाई जाती है। औषधीय गुण होने के बावजूद स्टीविया (नेचुरल स्वीटनर) अधिक सेवन करने से पेट में दर्द, सूजन, उल्टी, जी मिचलाना, डायरिया व ऐंठन की समस्या भी हो सकती है।
गुड़ से बढ़ता है कैलोरी और वेट
गुड़ को रिफाइंड शुगर यानी चीनी के प्राकृतिक ऑप्शन के तौर पर माना जाता है। इसमें मैग्नीशियम, विटामिन सी, आयरन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन चीनी में सिर्फ कैलोरी पाई जाती है। इसीलिए कई लोग चीनी की जगह गुड़ को अधिक फायदेमंद मानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चीनी के बराबर मात्रा में कैलोरी पाए जाने के कारण गुड़ भी आपको उतना ही नुकसान पहुंचा सकता है।
चाय में अगर आप एक चम्मच चीनी लेते हैं। इसी मिठास को गुड़ से पाने के लिए दो चम्मच गुड़ या गुड़ पाउडर का इस्तेमाल करना पड़ता है। इसलिए अगर आप गुड़ को अपनी डाइट में शामिल करते हैं। तो चीनी और गुड़ के कैलोरी इन टेक में कोई अंतर नहीं होगा। वहीं अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं। साथ ही आप गुड़ का सेवन यह सोचकर रहे हैं कि आपका शुगर लेवल नहीं बढ़ेगा। तो बता दें कि कुछ समय बाद यह आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
नो शुगर टैबलेट
अगर आप भी चीनी की जगह चाय या खाने में रोजाना नो शुगर टैबलेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। तो यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इन टैबलेट को बनाने में सेक्रीन का उपयोग किया जाता है। इसलिए इनका ज्यादा सेवन करने से कैंसर का खतरा रहता है।
इसके अलावा रोजाना नो शुगर टैबलेट लेने से भूख लगनी बंद हो जाती है। साथ ही इसका प्रभाव आंखों की रोशनी पर भी पड़ता है। ब्लड प्रेशर बढ़ने के साथ ही वजन बढ़ने की भी संभावना होती है।
डायरिया की समस्या
टाइप 2 डायबिटीज के मरीज कई बार स्टीविया खाने के बाद खाना खाते हैं। क्योंकि इससे मरीज का ग्लूकोज लेवल सही रहता है। हालांकि इसका रोजाना सेवन आपकी तबियत बिगाड़ सकता है।
बता दें कि स्टीविया एक तरह का पौधा होता है। इसके पत्तों में नेचुरल स्वीटनर पाया जाता है। स्टीविया की पत्तियों में पोटेशियम, मैग्नीशियम, सोडियम, फाइबर, प्रोटनी और आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। कई पोषक तत्व पाए जाने के बाद भी इसका अधिक सेवन करने से पेट में दर्द, उल्टी, जी मिचलाना, सूजन, ऐंठन, डायरिया की समस्या हो सकती है।
प्रेग्नेंट महिलाएं न लें स्टीविया
यदि आप स्टीविया को पाउडर या दवा के तौर पर ले रही हैं। चो आपको सिर दर्द या चक्कर आने की समस्या हो सकती है। वहीं गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से बचना चाहिए। स्टीविया और कई तरह दवाएं लेने से एलर्जी की समस्या भी हो सकती है।