विजय कनौजिया
काव बताई भईया तोंहसे
बहुतै हम परेशान हई
थोड़ी तू-तू मै-मै होइ गय
मलकिन नयिहर चली गईं ।।
दिनौ रात कै झंझट लइ कै
कौनौ खान अब जियत हई
लरिकन कै स्कूल चलत बा
सब कुछ हमहीं करत हई
काव बताई भईया तोंहसे
मलकिन नयिहर चली गईं ।।
गाय भइंस कै कोयर भूंसा
सुबह दुपहरे करत हई
बाबू कै तबियत खराब बा
देखभाल सब करत हई
काव बताई भईया तोंहसे
मलकिन नयिहर चली गईं ।।
गेहूं कै खेतव झुरात बा
सींचै बिना बहुतै अकाज बा
सरसो पीटै खातिर भईया
मनई के जुगाड़ मा लगा हई
काव बताई भईया तोंहसे
मलकिन नयिहर चली गईं ।।
रोवत बाटै छोटका लरिका
माई-माई करत अहै
बिटियो हरदम पूछत बाटै
माई काहे चली गईं
काव बताई भईया तोंहसे
मलकिन नयिहर चली गईं ।।
बाबू हमरे बिगड़ा बाटें
कहा थें जा मनावा तू
तोहरै कउनो गलती होए
तबै बहुरिया चली गई
काव बताई भईया तोंहसे
मलकिन नयिहर चली गईं ।।
लरिका बच्चा सब मिलिकै अब
शोषण हमरै करत अहैं
सुबह दुपहरे शाम इहै बस
काहे अम्मा चली गईं
काव बताई भईया तोंहसे
मलकिन नयिहर चली गईं ।।
यहि पीड़ा से तौ अच्छा बा
हमहीं गलती मान लेई
हे माता अब माफ़ करा तू
हमहीं से सब भूल हुई
काव बताई भईया तोंहसे
मलकिन नयिहर चली गईं ।।
मलकिन नयिहर चली गईं ।।