छत्तीसगढ़ के रायपुर में संपन्न हुए कांग्रेस पार्टी के 85 वें महाधिवेशन के बाद कांग्रेस के बड़े नेता दावा कर रहे हैं कि आने वाले समय में कांग्रेस फिर से देश के मतदाताओं का विश्वास जीतने में कामयाब होगी। अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे और उनके नेतृत्व में भाजपा विरोधी दलों की मिली जुली सरकार का गठन होगा। कांग्रेस नेताओं का दावा है कि रायपुर के महाधिवेशन में कांग्रेस ने कई क्रांतिकारी फैसले लिए है। जिनके परिणाम आने वाले समय में देश की जनता को देखने को मिलेंगे। देश की राजनीति में आमूलचूल परिवर्तन होगा। कांग्रेस सभी विपक्षी दलों से तालमेल कर भाजपा को सत्ता से बाहर कर देगी।
कांग्रेस पार्टी ने रायपुर के महाधिवेशन में भाजपा विरोधी सभी दलों से तालमेल के रास्ते खोल दिए हैं। महाधिवेशन में बाकायदा कांग्रेस पार्टी ने विपक्षी दलों से गठबंधन करने का प्रस्ताव लिया है। हालांकि कांग्रेस पार्टी का बहुत से प्रदेशों में कई राजनीतिक दलों से पहले से ही गठबंधन बना हुआ है।कांग्रेस नेताओं का मानना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।
रायपुर अधिवेशन में कांग्रेस पार्टी ने कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों की संख्या बढ़ाने पर भी चर्चा की है। इसके इसके साथ ही कार्यसमिति के आधे पद पचास वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए आरक्षित किए जाएंगे। जिनमें महिलाओं, अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जाति, जनजाति के लोगों को भी पर्याप्त स्थान दिया जाएगा। अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं। इसको देखते हुए कांग्रेस कार्य समिति के चुनाव नहीं कराए गए। कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे को ही कार्यसमिति के सदस्य नामित करने के लिए अधिकृत किया गया है। अब कांग्रेस की सबसे सर्वोच्च निकाय कांग्रेस कार्य समिति के सभी सदस्य पार्टी अध्यक्ष द्वारा नामित होंगे। पार्टी के नेताओं का मानना था कि कार्य समिति के चुनाव होने की स्थिति में आपस में गुटबाजी बढ़ती। जिसे रोकने के लिए सभी सदस्यों का मनोनयन किया जाएगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के प्रथम चरण को सफल बताते हुए उसी श्रंखला में भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा चरण अरुणाचल प्रदेश से गुजरात तक करने की बात कही हैं। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी अगले कुछ दिनों में ही अपने भारत जोड़ो यात्रा दो के कार्यक्रम की घोषणा करेगें। कांग्रेस पार्टी के नेताओं का मानना है कि राहुल गांधी की कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा को देशभर के लोगों ने बहुत समर्थन दिया है। इससे कांग्रेस पार्टी का आमजन में जनाधार मजबूत हुआ है।
कांग्रेस पार्टी के नेता इस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरी तरह से हमलावर नजर आ रहे हैं। अदानी प्रकरण को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कटघरे में खड़ा कर रही है। कांग्रेस पार्टी अगले लोकसभा चुनाव तक अदानी प्रकरण को बनाए रखना चाहती है। इसीलिए रायपुर के महाधिवेशन में भी अदानी प्रकरण छाया रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अदाणी प्रकरण पर अपना पक्ष खुलकर देश की जनता के समक्ष रखना चाहिए।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो पदयात्रा के समापन के बाद कांग्रेस पार्टी पूरे देश में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चला रही है। इस अभियान में कांग्रेस के कार्यकर्ता आमजन से संपर्क कर उन्हें कांग्रेस की नीतियों से अवगत करवा रहे हैं। इस कार्यक्रम से कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में सक्रियता बढ़ी है। वही आमजन भी कांग्रेस पार्टी के लोगों की बातों को गंभीरता से सुनने लगा है जो कांग्रेस के लिए एक शुभ संकेत है।
हाल ही में कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा के लिए संपन्न हुए उपचुनाव में महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल में विपक्ष से एक-एक सीट जीतकर अपने जनाधार में बढ़ोतरी की है। महाराष्ट्र में तो कांग्रेस को शिवसेना नेता उद्धव बालासाहेब ठाकरे व एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार का पूरा समर्थन प्राप्त था। इसके चलते ही महाराष्ट्र में कांग्रेस भाजपा से कस्बा पेठ सीट छीनने में कामयाब रही है। महाराष्ट्र में पुणे जिले की कस्बा पेठ सीट पर भाजपा का पिछले 28 सालों से कब्जा था। यह सीट भाजपा विधायक के निधन से खाली हुई थी। पुणे से भाजपा सांसद गिरीश बापट ने 2019 तक 5 बार इस सीट से चुनाव जीता था। मगर महाविकास आघाडी की एकता के चलते कांग्रेस प्रत्याशी रविंद्र हेमराज धानगेकर ने भाजपा के हेमंत नारायण रासाने को 10 हजार 915 वोटों से हरा दिया।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे बढ़ती उम्र के बावजूद पूरी सक्रियता से काम कर रहे हैं। अध्यक्ष पद संभालने के बाद खरगे के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी हिमाचल प्रदेश में भाजपा को सत्ता से हटाकर सरकार बनाने में सफल रही है। इसी तरह 2024 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी भाजपा विरोधी सभी विपक्षी दलों को विश्वास में लेकर गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेगी। इसके लिए कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अभी से कार्य योजना बना रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का पूरा प्रयास है कि अगले लोकसभा चुनाव में विपक्ष के वोटों को आपस में बंटने नहीं दिया जाए। सभी सभी विपक्षी दलों के नेताओं को एक मंच पर लाकर भाजपा को कड़ी टक्कर दी जाए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मानना है कि भाजपा के सामने विपक्ष का एक प्रत्याशी होने से भाजपा कहीं मुकाबला नहीं कर पाएगी। ऐसे में कांग्रेस के नेताओं को चाहिए कि विपक्ष की एकता के लिए सभी दलों को एक मंच पर लाए। अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ सभी विपक्षी दल एक होकर चुनाव लड़ेंगे तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हैट्रिक बनाने से रोक सकते हैं। वर्तमान परिस्थितियों को देखकर तो कहा जा सकता है कि मोदी अपनी सरकार की तीसरी जीत के लिए आश्वस्त नजर आ रहे हैं। जिसे सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही रोक सकती है।