अर्पित गुप्ता
गाजियाबाद। इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में गुरुवार को सड़क दुर्घटना में एक डॉक्टर की मौत हो
गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने इस मामले में 2 लोगों को पूछताछ हेतु
हिरासत में लिया है। पुलिस के मुताबिक बी-77 सेक्टर-9 नया विजय नगर में तेज स्वरूप सिंह सपरिवार रहते हैं।
तेज स्वरूप का बेटा डॉ. सौरभ सिंह जर्मनी के एक निजी अस्पताल में एमडी सर्जन के पद पर कार्यरत था।
फिलहाल वे अपने परिवार के साथ रह रहे थे। बुधवार की शाम करीब साढ़े 5 बजे डॉ. सौरभ अपने दोस्त डॉ. नीरज
सिंह निवासी वसुंधरा सेक्टर-5 एवं उनके चचेरे भाई हिमांशु से मिलने गए थे। रात साढ़े 11 बजे भाई सुमित सिंह
ने डॉ. सौरभ को फोन किया। उन्होंने एक से डेढ़ घंटे के भीतर घर लौटने की बात कही। पुनः फोन पर बात होने
पर डॉ. सौरभ ने सुबह लौटने की जानकारी दी। देर रात डॉ. सौरभ ने व्हाट्स-अप पर अपनी बहन हिमांशु वर्मा का
स्टेट्स भी चेक किया। तड़के डॉ. नीरज ने सुमित सिंह को फोन कर डॉ. सौरभ का एक्सीडेंट होने की जानकारी दी।
उन्हें जिला सरकारी अस्पताल आने को कहा। सूचना पाकर तेज स्वरूप और सुमित सिंह तत्काल सरकारी अस्पताल
पहुंचे। वहां मौजूद पुलिस ने उन्हें डॉ. सौरभ की मृत्यु होने की सूचना दी। परिजनों को पुलिस ने जानकारी दी कि
सड़क हादसे में कार क्षतिग्रस्त होने से डॉ. सौरभ की जान गई है। कार को डॉ. नीरज सिंह चला रहे थे। पुलिस ने
डॉ. नीरज और उनके चचेरे भाई हिमांशु को पूछताछ हेतु हिरासत में ले रखा है। पीड़ित परिजनों ने बताया कि डॉ.
सौरभ सिंह विगत 7 मार्च को जर्मनी से भारत लौटे थे। तब से वह अपने परिवार के साथ रह रहे थे। 16 मार्च को
उन्हें जर्मनी लौटना था, मगर कारोना वायरस के कारण उन्होंने 22 मार्च को विदेश जाने के लिए एयर टिकट बुक
कराया था। पुलिस का कहना है कि डॉ. सौरभ का पर्स, नकदी, एटीएम कार्ड, ग्रीन कार्ड, जर्मनी का वर्किंग
आईकार्ड, अंगूठी आदि सुरक्षित मिले हैं। उधर, इस हादसे से पीड़ित परिवार में कोहराम मचा है।