मनीष गुप्ता
नई दिल्ली। भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश
भर में आबाद और निर्जन 100 द्वीपों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएगा।
आईसीजी ने ट्विटर पर बताया, ‘‘ हमारी स्वतंत्रता की 75वीं सालगिरह के मौके पर आईसीजी 15 अगस्त को
‘आजादी का अमृत महोत्सव’ पहल के तौर पर पूरे भारत में 100 आबाद और निर्जन द्वीपों पर राष्ट्रीय ध्वज
फहराएगा।’’
केंद्र सरकार ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।
नाबालिगों के बलात्कार के आरोपी को अदालत ने किया बरी, कहा जातिगृत घृणा के कारण व्यक्ति को फंसाया
गया था
नई दिल्ली, 13 अगस्त (वेबवार्ता)। दिल्ली की एक अदालत ने नाबालिगों के यौन उत्पीड़न के आरोपी व्यक्ति को
बरी करते हुए कहा कि बच्चों को उनके अभिभावकों ने बहुत कुछ सीखा रखा था। अदालत ने बरी किए गए व्यक्ति
को एक लाख रुपए का मुआवजा देने का राज्य को निर्देश दिया और कहा कि इस बात के पर्याप्त साक्ष्य हैं कि
‘‘जाति संबंधी घृणा’’ के कारण ही उसे इस मामले में फंसाया गया है।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश धर्मेश शर्मा ने कहा कि पर्याप्त सबूत इशारा करते हैं कि आरोपी, जो दलित समुदाय से
है, के प्रति बच्चों के अभिभावकों की प्रवृत्ति पक्षपातपूर्ण है और उसे इस मामले में फंसाया गया है।
अदालत ने सात अगस्त को दिए फैसले में कहा, ‘‘आपराधिक न्याय प्रदाता प्रणाली का हमारा अनुभव है कि लोग
अनगिनत कारणों से झूठे आरोप लगाते हैं जिनमें से एक है जातिगत घृणा जैसा कि इस मामले में सबूतों को
देखते हुए विदित है।’’
मामला 2015 में बच्चों का यौन अपराधों से संरक्षण (पोक्सो) कानून के तहत दर्ज करवाया गया था। आरोप था कि
व्यक्ति ने अपने पड़ोसी की नाबालिग बेटियों का यौन उत्पीड़न किया है, आरोपी तभी से जेल में बंद था।
जिला न्यायाधीश ने कहा, ‘‘हमारे समाज में, अच्छाई और बुराई के बीच सतत संघर्ष चलता रहता है और हम ऐसे
दौर में रह रहे हैं जहां पर समाज में नैतिक मूल्यों का पतन हो रहा है तथा कुछ भी संभव है।’’
अदालत ने आरोपी को एक लाख रूपये की क्षतिपूर्ति दो महीने के भीतर देने का राज्य को निर्देश दिया। उन्होंने
पुलिस की जांच को भी लचर बताया।