गाजियाबाद, 13 मई । केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय अपने स्वच्छ भारत मिशन अभियान के अंतर्गत पांच दिवसीय आवासीय कार्यशाला का आयोजन दिल्ली में 15 से 19 मई तक इंडिया हैविटेट सेंटर में कर रहा है। इसमें गाजियाबाद का प्रतिनिधित्व करने के लिए एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में पर्यावरणविद् विजयपाल बघेल को आमंत्रित किया गया है। बघेल के अनुसार कूड़ा निस्तारण एवं स्वच्छता के लिए हो रहे वार्षिक सर्वेक्षण प्रतिवर्ष गाजियाबाद का ग्राफ गंदगी के लिए बढते जा रहे हैं। ये बड़ा ही चिंताजनक है। कई सत्रों में आधुनिक तकनीक से कूड़ा निस्तारण की सारी विधाओं की सैद्धांतिक तथा व्यवहारिक जानकारियां प्रतिभागियों के साथ साझा होंगी ताकि नगरों की स्वच्छता में सरकारी तंत्र के साथ जन सहभागिता सुनिश्चित हो सके। बघेल ने बताया कि हरित वातावरण विकसित करने वाले हमारे परंपरागत उपाय ही सार्थक होंगे। जैविक कचरा स्वतः निस्तारित हो जाता है और अजैविक कचरा सृजित जहां से होता है, बस वहीं विराम लगाने की जरूरत है क्योंकि इस समस्या की जड़ केवल प्लास्टिक, ठोस तथा रासायनिक घातक कचरा ही है। हरित तकनीक का प्रयोग करके स्वच्छ भारत मिशन में सफलता हासिल की जा सकती है बशर्ते योजनाएं ईमानदारी से संचालित हों। जिसको हम कूड़ा कहते हैं उसमें सोना छिपा है, जिसे मात्र पहचानना बाकी है और पुनः चक्रीकरण पद्धति द्वारा उसको बहुउपयोगी बनाना है। उन्होंने बताया कि देश में इस तरह की ये पहली उच्चस्तरीय कार्यशाला आयोजित हो रही है।