फरीदाबाद। बढ़ती सर्दी और स्मॉग के साथ स्मार्टसिटी में प्रदूषण का खतरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। स्मार्टसिटी की आबोहवा मानक से सात गुना ज्यादा जहरीली हो चुकी है। ऐसे में लोगों की सेहत पर इसका सीधा असर पड़ने लगा है। प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग की ओर से विभिन्न विभागों को पत्र भेजकर जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं। शहर में प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक जोन में शामिल है। गुरुवार को शहर का 2.5 पीएम स्तर औसतन 421 रहा। वहीं अधिकतम ये स्तर 500 और न्यूनतम 267 दर्ज किया गया। अगर दिल्ली एनसीआर के वायु गुणवत्ता सूचकांक पर नजर डालें तो गाजियाबाद 458, नोएडा 447, दिल्ली 444 और फरीदाबाद 411 इंडेक्स वेल्यू के साथ प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर शामिल रहे, हालांकि गुरुग्राम इंडेक्स वेल्यू 370 के साथ बेहद खराब स्थिति में शामिल रहा।एक सप्ताह में लगातार बढ़ा स्तर : अगर पिछले एक सप्ताह के पीएम स्तर पर नजर डालें तो स्मार्टसिटी की हवा में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ा है। पिछले सप्ताह जहां 2.5 पीएम का औसतन 371 तक था, वहीं गुरुवार को ये अधिकतम 421 तक पहुंच गया है। इस खतरनाक स्तर पर वायु प्रदूषण बीमार, बुजुर्गों और बच्चों की सेहत के लिए काफी नुकसानदायक रहता है। ऐसे में बेहतर है कि जितना हो सके घर के भीतर ही रहें।प्रदूषण पर एक नजरदिन 2.5 पीएम स्तर (औसतन)03 जनवरी 42102 जनवरी 41301 जनवरी 38231 दिसंबर 38930 दिसंबर 41729 दिसंबर 33028 दिसंबर 371संबंधित विभागों को भेजा गया है पत्रविजय चौधरी, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय : प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए नगर निगम को पत्र भेजकर छिड़काव कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही ट्रैफिक पुलिस को भी पत्र लिखकर शहर में ट्रैफिक जाम वाले स्थानों पर रूट डायवर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।