नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी के प्रमुख रेलवे स्टेशन सौर ऊर्जा से जगमग हो गए हैं। नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, आनंद विहार टर्मिनल और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर लगाए गए सोलर पैनल से कुल पांच मेगावाट बिजली मिलेगी।
गुरुवार को रेलवे बिजली इंजीनियरिंग संस्थान द्वारा हरित उपाय एवं रेल विद्युतीकरण विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया। यह भारतीय रेल का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा संयंत्र है, जिसकी इकाइयां दिल्ली के प्रमुख चार स्टेशनों के प्लेटफार्म की छतों पर लगाई गई हैं।
इससे न सिर्फ रेलवे के बिजली बिल में कमी आएगी बल्कि पर्यावरण को बचाने में भी मदद मिलेगी। बिल में होगी 421 लाख की कमी : सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी मॉडल) के तहत दिसंबर, 2016 में इस योजना पर काम शुरू हुआ था और रिकॉर्ड दस महीनों में इसे पूरा कर लिया गया।
इसे बनाने वाली कंपनी ने पूरा खर्च वहन किया है। वह अगले 25 वर्षों तक इसका रखरखाव भी करेगी। इससे प्रतिवर्ष कुल 76.5 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा, जिससे बिजली बिल में 421.4 लाख रुपए की बचत होगी। वहीं, प्रतिवर्ष 6,082 टन कार्बन डाईऑक्साइड का उत्सर्जन रोका जा सकेगा। इससे पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी।
सौर उर्जा संयंत्र की क्षमता
रेलवे स्टेशन- क्षमता
नई दिल्ली- 2.05 मेगावाट
पुरानी दिल्ली – 1.50 मेगावाट
हजरत निजामुद्दीन- 0.70 मेगावाट
आनंद विहार टर्मिनल-0.80 मेगावाट