नोएडा। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट सत्र-2 की बोर्ड
परीक्षाओं की तिथि निर्धारित कर दी है। इसी घोषणा के साथ ही जिले के 240 सीबीएसई स्कूल भी परीक्षा को
लेकर तैयारियों में जुट गए हैं। प्रबंधकों ने दोनों कक्षा के विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम पूरा कराने पर बल देना शुरू
कर दिया है तो कुछ विद्यालय अच्छी तैयारी के लिए पाठ्यक्रम का दोबारा से अध्ययन करा रहे हैं। खास यह है
कि पहले सत्र की तहर इस बार परीक्षाएं बहु विकल्पीय के बजाय व्याख्यात्मक यानी लिखित में होंगी। साथ ही इस
बार स्वकेंद्र प्रणाली को भी खत्म किया गया है।
सीबीएसई सत्र दो की बोर्ड परीक्षाएं 26 अप्रैल से शुरू होने जा रही हैं। पहली बार परीक्षाएं सेमेस्टर बेस्ड हो रही है।
सत्र एक की परीक्षा बहुविकल्पीय स्वरूप पर हुई थी। लंबे समय बाद स्कूल खुलने के कारण बोर्ड ने सत्र एक की
बोर्ड परीक्षा के दौरान समस्त छात्रों को अपने ही स्कूल (स्वकेंद्र) में परीक्षा देने की छूट दी थी। केवल उन ही स्कूलों
का केंद्र दूसरे स्कूलों में बनाया गया था, जहां पर इंटरनेट और दूसरी सुविधाओं की दिक्कत थी। लेकिन सत्र दो की
बोर्ड परीक्षाओं में यह सुविधा खत्म कर दी है। सत्र-1 में परीक्षा केंद्रों के चयन की जिम्मेदारी जिला स्तर के
अधिकारियों के पास थी, लेकिन इस बार बोर्ड स्वयं केंद्रों का निर्धारण करेगा।
डेढ़ लाख विद्यार्थी देंगे 10वीं-12वीं की परीक्षा
जिले में सीबीएसई के 240 विद्यालय है। इन विद्यालयों में लगभग डेढ़ लाख विद्यार्थी हाईस्कूल व इंटरमीडिएट
की परीक्षा में शामिल होंगे। परीक्षाएं कोविड नियमों के प्रोटोकॉल के तहत ही आयोजित की जाएगी। हालांकि अभी
तक परीक्षा के लिए डेट शीट जारी नहीं हुई है। स्कूल प्रबंधकों के अनुसार फरवरी के अंतिम सप्ताह तक डेटशीट भी
जारी हो जाएगी। चूंकि परीक्षाएं सेमेस्टर आधारित आयोजित हो रही है तो विद्यार्थियों को 50 प्रतिशत पाठ्यक्रम
ही पढ़ना होगा। 50 प्रतिशत पाठ्यक्रम पर सत्र एक की परीक्षाएं आयोजित कराई जा चुकी है।
बोर्ड परीक्षाएं में विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र हल करने में कोई दिक्कत न हो और सत्र दो के लिए उनकी तैयारी
बेहतर बनाने को स्कूलों ने अब प्री बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी भी शुरू कर दी है। फरवरी में ही प्री बोर्ड परीक्षाएं
आयोजित कराई जाएगी। परीक्षा से विद्यार्थियों के शैक्षिक मूल्यांकन का पता लगाने के साथ ही उनकी शंकाओं को
भी दूर किया जाएगा। बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर के कारण 38 दिनों तक स्कूल बंद रहे, इस दौरान
विद्यार्थियों ने ऑनलाइन पढ़ाई की।
कोट:
परीक्षा को लेकर बोर्ड से दिशा-निर्देश मिल चुके हैं। अधिकांश स्कूलों ऑनलाइन कक्षाओं से पाठ्यक्रम पूरा कर चुके
हैं। अब विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी। सत्र दो के प्रश्न पत्र के प्रारूप के आधार पर परीक्षा लेकर
उनकी शंकाओं को दूर किया जाएगा।