नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में अगर किसी भी क्षेत्र में शराब की दुकानों से आसपास परेशानी खड़ी होती है तो दिल्ली के लोग वोट कर उन्हें बंद करवा सकते हैं। यानी अब किसी इलाके में शराब की दुकान रहेगी या नहीं, इसका फैसला जनता करेगी।
दिल्ली सरकार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि अगर किसी इलाके में शराब की दुकान से वहां के लोगों को परेशानी होती है, तो वहां के लोग दुकान बंद कराने के लिए वोटिंग कर सकते हैं। पहली ऐसी मिसाल के तौर पर रोहिणी में देखने को मिली है। रोहिणी के सेक्टर 16 और 17 में स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद शराब की 2 दुकानों को बंद करने की प्रक्रिया चल रही है।
लोगों ने स्थानीय विधायक महेंदर गोयल से शराब की 2 दुकानों के खिलाफ शिकायत दी थी। शिकायत के बाद विधायक ने सोमवार को स्थानीय लोगों, प्रशासन और संबंधित पक्षों की बैठक बुलाई। बैठक में स्थानीय लोगों ने शराब की दुकान बंद करने के पक्ष में वोटिंग की।
अब स्थानीय एसएचओ और आबकारी विभाग एसडीएम को इन दोनों शराब की दुकानों को बंद करने संबंधी रिपोर्ट देंगे। आप सरकार ने कहा कि आवासीय क्षेत्र में स्थित शराब की दुकान से यदि स्थानीय लोगों को परेशानी होती है, तो वे अपने संबंधित विधायक या जिला प्रशासन से मिलकर ऐसी शराब की दुकानों की शिकायत कर सकते हैं।
इसके बाद विधायक प्रशासन के सहयोग से इलाके के लोगों के साथ मिलकर बैठक करेंगे और वोटिंग के जरिये संबंधित शराब की दुकान के भविष्य को लेकर फैसला किया जाएगा। वोटिंग की प्रक्रिया और सुनवाई पूरी होने के बाद स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग शराब की दुकान के बंद करने को लेकर रिपोर्ट देंगे।