अयोध्या। अयोध्या में मंत्रिमंडल की बैठक से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी और रामलला के मंदिर में माथा टेका और पूजा अर्चना की। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक समेत मंत्रिमंडल के कई सदस्य मौजूद रहे।
अयोध्या में पहली बार मंत्रिमंडल की हो रही बैठक में भाग लेने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सुबह राम की नगरी पहुंचे जहां से वह मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ हनुमानगढ़ी और रामजन्मभूमि के लिये रवाना हो गये। श्री योगी ने विधिविधान से रामलला के दर्शन किये और मंदिर की परिक्रमा की। बाद में योगी और मंत्रियों ने रामजन्मभूमि स्थल पर भव्य मंदिर निर्माण कार्यो का अवलोकन किया।
इस अवसर पर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये गये थे। योगी मंत्रिमंडल की बैठक कई मायनो में दिलचस्प है। दरअसल, अयोध्या में नौ नवम्बर 1989 को पहली बार राम मंदिर का शिलान्यास हुआ था। नौ नवम्बर 2019 को राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था। अब एक बार फिर नौ नवम्बर की तारीख अयोध्या के लिये ऐतिहासिक बन चुकी है। अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण बहुत तेजी से हो रहा है। 22 जनवरी को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे मंदिर निर्माण में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करके पूजा-पाठ करेंगे।
उत्तर प्रदेश की सरकार भगवान राम की नगरी में कैबिनेट की बैठक करके रामराज्य का संदेश देना चाहती है। अयोध्या विधायक वेदप्रकाश गुप्ता ने कहा कि इसके माध्यम से अयोध्यावासियों के साथ पूरे प्रदेश को बड़ी सौगात मिल सकती है। रामनगरी के लिये कुछ नई योजना को भी मंजूरी दी जा सकती है।