नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो से चार मई के दौरान जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस की
यात्रा पर जाएंगे।
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को यहां कहा कि प्रधानमंत्री वर्ष 2022 की अपनी पहली विदेश यात्रा की शुरुआत जर्मनी
से करेंगे। वर्ष 2021 में दोनों देशों ने अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मनायी है। बर्लिन में
वह जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज से भेंट करेंगे। दोनों नेता भारत जर्मनी अंतरसरकारी परामर्श छठी बैठक की
सह अध्यक्षता करेंगे। दोनों नेता एक बिजनेस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे जबकि श्री मोदी प्रवासी भारतीय समुदाय
के लोगों से संवाद करेंगे।
श्री मोदी इसके बाद डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन पहुंचेंगे, जहां वह प्रधानमंत्री फ्रेडेरिक्सन के साथ द्विपक्षीय
बैठक करेंगे तथा महारानी मार्गरेथे से भेंट करेंगे। भारत एवं डेनमार्क के बीच हरित रणनीतिक साझीदारी है।
प्रधानमंत्री इस दौरान भारत-डेनमार्क बिजनेस फोरम में शामिल होंगे और भारतवंशी समुदाय को संबोधित करेंगे।
श्री मोदी दूसरी भारत नोर्डिक शिखर-सम्मेलन में भाग लेने के अलावा आइसलैंड, नार्वे, स्वीडन और फिनलैंड के
प्रधानमंत्रियों से भी मिलेंगे। इस शिखर सम्मेलन में कोविड पश्चात काल में आर्थिक वृद्धि, जलवायु परिवर्तन,
नवान्वेषण एवं प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, बदलते वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य और आर्कटिक क्षेत्र में भारत नोर्डिक
सहयोग के विषयों पर विचार-विमर्श होगा।
लौटते समय चार मई को श्री मोदी थोड़ी देर के लिए पेरिस में रुकेंगे और फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों से
मुलाकात करेंगे। भारत-फ्रांस राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर दोनों नेताओं के बीच रणनीतिक
साझीदारी के एक महत्वाकांक्षी एजेंडे पर बातचीत होगी।