नई दिल्ली। विगत दिनों संसद के वर्तमान सत्र के दौरान रेल बजट पर लोकसभा में पत्रकारों व वरिष्ट नागरिको को रेलवे में मिलने वाली रियायत पर रेल मंत्री सें पूछा था कि कोरोना काल के दोनों श्रेणी को लाभ दिया जाता था , जिसे कोरोना काल के नाम बंद कर दिया गया है।आज स्थिति समान है । इस मुद्दे को उठाने वाले बिहार के पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव का वरिष्ट पत्रकारों की टीम ने धन्यवाद ज्ञापन किया। सर्व विदित रहे कि दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकारों ने पप्पू यादव से उनके अस्थाई निवास स्थान वेस्टर्न कोर्ट में मिलकर आभार देते हुए कहा कि आपने कम से कम मीडिया को मिलने वाली सुविधाओं का मुद्दा लोकसभा में उठाकर हमारा मान रखा है। पत्रकारों को रेल भाड़े में मिलने वाली रियायत को बहाल किए जाने का मुद्दा लोकसभा में उठाने के लिए बिहार के वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी तथा पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव को साधुवाद देने वालो इस टीम में यूनीवार्ता के संपादकीय प्रभारी मनोहर सिंह, दूरदर्शन के पूर्व पत्रकार नागेश्वर, प्राइम इंडिया मीडिया हाउस,दिल्ली के ग्रुप एडिटर नासिर खान, पंजाब केसरी समूह के नवोदय टाइम्स की संवाददाता संतोष सूर्यवंशी, महाराष्ट्र के कई अंग्रेजी और मराठी अखबारों की नई दिल्ली प्रतिनिधि निवेदिता मदाने, वरिष्ट स्वतंत्र पत्रकार व स्तम्भकार विनोद तकियावाला, डा.संतोष आनंद के साथ जनसत्ता के वरिष्ठ पत्रकार अमलेश राजू सहित कई अन्य पत्रकार शामिल थे। इस मौके पर सांसद पप्पू यादव ने कहा कि वह इस तरह के मुद्दे उठाने के लिए हमेशा आगे रहते हैं और उनका पूरा जीवन ही समाज सेवा को समर्पित है।आखिर सात बार से सांसद चुने जाने का यही तो एक कारण है जिसमें किसी पार्टी या समुदाय और धर्म का नाम मात्र का हस्तक्षेप नहीं है और जनता के दुख सुख में हमेशा साथ रहने का जो उन्होंने वचन लिया है उसे पूरा करने के लिए वे इस तरह के प्रश्न हमेशा उठाते रहेंगे। सांसद पप्पू यादव ने पत्रकारों को कहा कि कोरोना काल में सैकड़ों लोगों को राशन दिलाने और बिहार की राजधानी पटना में आए बाढ़ में अपनी जान पर खेल कर लोगों की सेवा करने का यह प्रतिफल है कि पूर्णिया में सभी पार्टियों के विरोध के बावजूद जनता ने उन्हें गले लगाया और यह साबित कर दिया कि अगर आप जनता के दुख में हमेशा शामिल होते रहे हैं तो एक न एक दिन वे आपको संसद की चौखट पर पहुंचाने में पीछे नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता उनके लिए शुरू से ही बहुत महत्वपूर्ण क्षेत्र के रूप में रहा है और वह पत्रकारों के लिए अपने हिसाब से जो बन पाएगा उसे करते रहने का प्रयास करेंगे। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि वह पत्रकारों को रेलवे में मिलने वाली रियायत के लिए आगे भी संघर्ष करेंगे और इसके लिए पत्र लिखकर रेल मंत्री से आश्वासन की मांग करेंगे।