संदीप चोपड़ा
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में महिलाओं के साथ लगातार यौन शोषण से जुड़े मामले
सामने आ रहे हैं. इसको लेकर दिल्ली कांग्रेस ने कड़ा एतराज जताया है. दिल्ली सरकार की पूर्व मंत्री और कांग्रेस
की वरिष्ठ नेता किरण वालिया ने दिल्ली सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल महिलाओं के
मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं. प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में
दिल्ली सरकार पूर्व मंत्री प्रो. किरण वालिया, प्रदेश उपाध्यक्ष शिवानी चोपड़ा, पूर्वी दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस
नेता कु0 रिंकू, नीतू वर्मा, अमरलता सांगवान, अमृता धवन, ओनिका मेहरोत्रा, और रिची भार्गव मौजूद थी।
संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए दिल्ली सरकार की पूर्व मंत्री किरण वालिया ने कहा कि शीला दीक्षित के
कार्यकाल में महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाए गए थे. डायल 181 शुरू किया गया था जिस पर
महिलाएं रात को 12 बजे भी कॉल करती थी. इसकी मॉनिटरिंग स्वयं उस समय मुख्यमंत्री शीला दीक्षित करती
थी. लेकिन मौजूदा समय में अरविंद केजरीवाल सरकार ने उन सभी योजनाओं को लगभग बंद कर दिया है. हम
उस समय कैमरे के सामने काम नहीं करते थे बल्कि हमारा काम बोलता था. लेकिन अभी के समय अरविंद
केजरीवाल महिलाओं की सुरक्षा को लेकर शुरू किए गए सभी योजनाओं को लगभग बंद कर चुके हैं, जो गलत है.
डायल 181 को बंद करके उसके अधिकार महिला आयोग को दे दिए गए लेकिन सभी को पता है कि अभी के
समय महिला आयोग की क्या स्थिति है.
महिला आयोग से जुड़े सवाल के जवाब में पूर्व मंत्री किरण वालिया ने कहा कि अभी के समय अगर कोई महिला
दिल्ली महिला आयोग में शिकायत लेकर जाती है तो उसको पहले एफआईआर कराने के लिए कहा जाता है. तो
फिर ऐसे में महिला आयोग का क्या औचित्य. साथ हुई हिंसा के बाद महिला खुद परेशान रहती है ऐसे में महिला
को कहा जाता है कि पहले वह एफआईआर कराएं, फिर उसकी सुनवाई होगी. हमारे समय महिलाओं की सुरक्षा के
लिए कई समितियां बनाई गई थी जिसमें हमने पुरुषों को भी शामिल किया था. हमारा यह मानना है कि सभी
पुरुष गलत नहीं होते. लेकिन मौजूदा समय में अरविंद केजरीवाल सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं
है जो चिंताजनक है.
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने कहा कि जब तक भाजपा की केन्द्र सरकार और
अरविन्द सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई कोई ठोस कदम नही उठाऐगी, तब तक कांग्रेस कार्यकर्ता
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, उनके मंत्रियां, और भाजपा के सांसदां के विधायकों को, जहां कही भी उनके
कार्यक्रम होंगे, उनका विरोध करते हुए उनसे महिला सुरक्षा के लिए उपायों पर प्रश्न पूछेंगे और जवाब न देने पर
उन्हें काला झंडा दिखाया जाऐगा। चौ. अनिल कुमार ने दिल्ली सरकार से मांग की कि दिल्ली में बलात्कार पीड़ित
महिलाओं को 10 लाख रुपये मुआवजा दे और उन्हें सरकारी नौकरी भी दी जानी चाहिए, ताकि समाज द्वारा
उपेक्षित की जाने वाली ये महिलाएं अपने जीवन को सम्मानपूर्वक जी सके।
कु. रिंकू ने कहा कि नरेला विधायक शरद चौहान पर आप पार्टी की महिला कार्यकर्ता सोनी मिश्रा को आत्महत्या के
लिए उकसाने का आरोप है, महरौली से विधायक नरेश यादव पर सोशल मीडिया में एक महिला ने आरोप लगया
कि एमएलए उनको जान से मरवा सकता है और पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती पर अपनी पत्नी के साथ मारपीट और
घरेलू हिंसा का केस चल रहा है। वहीं शिवानी चौपड़ा ने कहा कि दिल्ली से निर्वाचित सांसद मीनाक्षी लेखी दिल्ली
में महिलाओं के साथ हो प्रतिदिन अपराधों पर चुप क्यों है और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जो निर्भया केस के बाद
दिल्ली भर में कैंडल लेकर प्रदर्शन कर रही थी, परंतु आज जब दिल्ली में बहुत छोटी और नाबालिग लड़कियों के
साथ लगातार यौन उत्पीड़न की घटनाऐं होने चुप रहने से भाजपा की केन्द्र सरकार की महिलाओं के प्रति
असंवेदनशीला साफ उजागर होती है।