नई दिल्ली। महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र
आदित्य ठाकरे बुधवार को दिल्ली पहुंचे। आदित्य ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आवास पर पहुंचकर उनसे
मुलाकात की। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस) सरकार के गठन के बाद पहली बार
आदित्य राहुल से मिले हैं। ऐसे में इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है। बता दें कि इससे पहले भी आदित्य
ठाकरे ने शिवसेना के नेतृत्व में बनी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के लिए दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस की अंतरिम
अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह को न्योता दिया था। आदित्य ठाकरे बुधवार
को दिल्ली में राहुल के आधिकारिक आवास 12 तुगलक लेन पहुंचे। यहां दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई। माना
जा रहा है कि यह औपचारिक मुलाकात है। कांग्रेस और शिवसेना के बीच स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर
सावरकर के मुद्दे पर तल्ख टिप्पणियां देखने को मिली थीं। राहुल ने तो यहां तक कहा था कि उनका नाम राहुल
सावरकर नहीं है, इसलिए वह माफी नहीं मांगेंगे। वहीं शिवसेना ने कहा था कि कांग्रेस को अभी सावरकर को
समझना पड़ेगा। राहुल गांधी ने उद्धव के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में उपस्थित न होने को लेकर एक पत्र लिखा था।
राहुल ने चिट्ठी के माध्यम से उन्हें सीएम पद की शपथ लेने के लिए बधाई दी थी। राहुल ने इस खत में लिखा,
'शपथ ग्रहण समारोह में आपके निमंत्रण के लिए धन्यवाद। मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए
आपको बधाई देता हूं। मुझे अफसोस है कि मैं कार्यक्रम में मौजूद नहीं रह पाऊंगा। मुझे खुशी है कि हमारे लोकतंत्र
को कमजोर करने की बीजेपी की कोशिश को हराने के लिए महा विकास अघाड़ी एक साथ आगे आया है।' 28
नवंबर 2019 को आदित्य ने दिल्ली पहुंचकर सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह से मुलाकात करते हुए शपथग्रहण
में शामिल होने की निमंत्रण दिया था। हालांकि सोनिया गांधी ने उद्धव को पत्र लिखकर खुद के न शामिल हो पाने
के लिए खेद जताते हुए कहा था, 'शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस असाधारण परिस्थितियों में साथ आई हैं। ऐसे
समय में जब देश बीजेपी के अप्रत्याशित खतरे में है। मुझे अफसोस है कि मैं शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हो
पाऊंगी।'