नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में सिखों पर पुलिसिया बर्बरता की सामने आ रहीं घटनाओं पर
जागोपार्टी ने राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। पार्टी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत
सिंह जीके ने मध्यप्रदेश में सिखों के खिलाफ पुलिसिया सोच को बदलने के लिए न्याय की अपेक्षा करते हुए चौहान
को अनुरोध किया है कि मध्यप्रदेश को पुलिस राज्य बनाने से रोकने के लिए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी
कार्यवाही करें तथा सभी को नौकरी से बर्खास्त करें। साथ ही सिख समाज के लोगों में कानून के राज की स्थापना
का संदेश पहुँचाए।
जीके ने चौहान को पत्र में बताया है कि मुझे दिल्ली में रहते सिकलीगर समुदाय से संबंधित सिखों ने जानकारी दी
है कि मध्यप्रदेश पुलिस लगातार प्रदेश में रहते सिकलीगर समुदाय से संबंधित सिखों को तंग कर रहीं है। ऐसी
शिकायतें मध्यप्रदेश पुलिस के खिलाफ पिछले लंबे समय से आ रही है। हाल ही में हुई 2 घटनाओं से पता चलता
है कि मध्यप्रदेश पुलिस को मानवाधिकार तथा मानवीय मूल्यों की समझ देना बहुत जरूरी है। सिख सिकलीगर
वेलफेयर सोसायटी की तरफ से मेरे पास आई शिकायत में बताया गया है कि जिला बरवानी की तहसील राजपुर के
गाँव पलसूद के सरदार प्रेम सिंह ज्ञानी को 6 अगस्त 2020 को थाना नांगलवाड़ी से आए पुलिसकर्मी भटनागर,
कनिका तथा कनिशका ने सरेराह पीटा तथा पगड़ी उतार कर केशों से घसीटने का अपराध भी किया है। जिसकी
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसी प्रकार थाना परवाड़ी के पुलिसकर्मी बंटी पाटिल तथा बंसी लाल
रावत ने 6 अगस्त को निशान सिंह, बबलू सिंह तथा सिकंदर सिंह की थाने में ले जाकर बड़ी बेरहमी से पिटाई की
है।