नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के व्यक्ति- केन्द्रित पार्टी बन जाने की धारणा को
खारिज करते हुये केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि भाजपा विचारधारा पर आधारित पार्टी है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह पार्टी न कभी केवल अटल जी की बनी, न कभी आडवाणी जी की और न ही यह कभी
केवल अमित शाह या नरेंद्र मोदी की पार्टी बन सकती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा विचारधारा पर
आधारित पार्टी है और यह कहना गलत है कि भाजपा मोदी-केन्द्रित हो गयी है।’’ भाजपा के वरिष्ठ नेता
एवं पूर्व अध्यक्ष ने लोकसभा चुनावों में खंडित जनादेश की आशंकाओं को भी खारिज किया और दावा
किया कि भाजपा को पिछली बार से भी अधिक सीटें मिलेंगी। यहां अपने आवास पर को दिए साक्षात्कार
में गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा दोनों एक दूसरे के पूरक हैं।
इस सवाल के जवाब में कि क्या भाजपा में 'इंदिरा इज इंडिया एन्ड इंडिया इज इंदिरा' की तर्ज पर 'मोदी
ही भाजपा और भाजपा ही मोदी' वाली स्थिति हो गयी है, गडकरी ने कहा, ‘‘भाजपा जैसी पार्टी व्यक्ति-
केन्द्रित कभी नहीं हो सकती है। यह विचारधारा पर आधारित पार्टी है। हमारी पार्टी में परिवार राज नहीं
हो सकता। यह धारणा गलत है कि भाजपा मोदी केन्द्रित हो गयी है। पार्टी का संसदीय दल है जो सभी
अहम फैसले करता है।’’ उन्होंने तर्क दिया कि पार्टी और उसका नेता एक दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने कहा,
"पार्टी बहुत मजबूत हो, लेकिन नेता मजबूत नहीं है तो चुनाव नहीं जीता जा सकता है। इसी तरह नेता
कितना भी मजबूत हो लेकिन पार्टी मजबूत नहीं होने पर भी काम नहीं चलेगा… हां, यह सही है जो
सबसे लोकप्रिय जननेता होता है वह स्वाभाविक रूप से सामने आता ही है।’’
चुनावों में अपनी सरकार के कामकाज एवं उपलब्धियों के बजाय राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा को चुनावी
मुद्दा बनाये जाने के आरोप को खारिज करते हुये उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव में जातिवाद और सांप्रदायिकता
का जहर घोल कर हमारे विकास के एजेंडे को बदलने की कोशिश विरोधियों ने की है। मुझे यकीन है कि
जनता विकास के साथ रहेगी और हम पूर्ण बहुमत के साथ फिर से सरकार बनायेंगे।’’ गडकरी ने कहा,
‘‘जहां तक राष्ट्रवाद को मुद्दा बनाने की बात है तो यह हमारे लिये मुद्दा नहीं है, यह हमारी आत्मा है।
बेहतर शासन-प्रशासन और विकास हमारा मिशन है और समाज में शोषित, पीड़ित और पिछड़ों को
केन्द्रबिंदु मानकर उन्हें रोटी- कपड़ा – मकान देना हमारा उद्देश्य है।’’ विपक्ष के इस आरोप पर कि
भाजपा पांच वर्ष की नाकामियां छिपाने के लिए इस तरह के भावनात्मक मुद्दे उठा रही है, गडकरी ने
कहा ‘‘हमने इसे मुद्दा कतई नहीं बनाया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हर चुनाव में देश की सुरक्षा पर हमेशा चर्चा
हुई है।
प्रधानमंत्री के भाषणों में पाकिस्तान और सेना का बार-बार जिक्र करने का बचाव करते हुए गडकरी ने
कहा, "दरअसल हाल ही में पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों का जवाब भारत को देना पड़ा। ये
विषय जब सामने आये तो आंतरिक और बाह्य सुरक्षा से जुड़े इस विषय पर चर्चा होना स्वाभाविक है।
इसलिये राष्ट्रवाद को हमने मुद्दा नहीं बनाया है, बल्कि मीडिया ने बालाकोट सैन्य कार्रवाई पर उठे
सवालों को चर्चा में लाकर इसे मुद्दा बना दिया।’’ पांच साल में सरकार की उपलब्धियों के सवाल पर
गडकरी ने कहा कि मोदी सरकार ने देशहित में राष्ट्रीय राजमार्ग, हवाईअड्डे, अंतरदेशीय जलमार्ग जैसी
बड़ी-बड़ी योजनायें शुरु कीं। इससे बहुत बड़ा बदलाव दिखा। साथ ही उज्ज्वला योजना से लेकर जनधन,
मुद्रा और आयुष्मान योजना तक और फसल बीमा से लेकर प्रधानमंत्री आवास योजना तक सभी के बहुत
अच्छे परिणाम देखने को मिले। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जितने काम 50 साल में नहीं हुये थे,
वे काम पांच साल में होते देख, जनता ने एक मजबूत विकल्प के रूप में इस बार भी हमें चुनने का
फैसला कर लिया है।’’