ग्रेटर नोएडा। यदि कोई व्यक्ति किसी काम को करने की ठान ले तो वह उस काम को करके ही दम लेता है। बचपन से युवावस्था तक समाज में बढ़ रही कुरीतियां देखने को मिलती हैं तो उसे दूर करने के लिए जुनून और भी बढ़ जाता है। इसी तरह दशरथ ने देश में बढ़ रही समाजिक कुरीतियों को खत्म करने का संकल्प लिया। प्रदेश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 500 लड़कियों का दाखिला स्कूल में करा चुके हैं।
मूलरूप से मध्य प्रदेश स्थित मंदसौर जिले के चांदखेड़ी गांव के रहने वाले दशरथ समाज में बढ़ रही अशिक्षा को मिटाने के लिए लड़कियों को शिक्षित कर रहे हैं। कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान की शुरुआत की। लोगों को स्वच्छ भारत अभियान के तहत जागरूक करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने गांव-गांव जाकर बेटियों को शिक्षित करने के लिए लोगों को प्रेरित किया और उन्हें समझाया कि बेटा ही बुढ़ापे का सहारा नहीं होता, बेटी भी बुढ़ापे का सहारा होती है।
पांच बार किया रक्तदान
अस्पतालों में रक्त की कमी के कारण मर रहे लोगों को देखकर उन्होंने गरीब लोगों की मदद का संकल्प लिया। पहले दशरथ ने स्वयं ही अस्पताल में गरीबों के लिए पांच बार रक्तदान किया। उनकी लग्न को देखकर अन्य युवा भी इस मुहिम में जुड़ने लगे।
प्रियंका ने एटीएम की तरह मेडिकल स्टोर खोलने का दिया आइडिया
गौतमबुद्ध विवि में चल रहे युवा महोत्सव का समापन हो गया। सात बिदुओं पर युवा संसद के आयोजन में न्यू इंडिया का रोड मैप पेश करने वाले सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। इन्हीं प्रतिभागियों में पुरस्कृत हुईं रायपुर छत्तीसगढ़ की प्रियंका बिस्सा। प्रियंका बिस्सा को युवा महोत्सव में बेस्ट आइडिया स्पीकर के अवार्ड से नवाजा गया है। केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के राज्य मंत्री राज्य वर्धन सिह राठौर ने उन्हें सम्मानित किया।
एटीएम मशीन की तरह यदि सड़कों पर मेडिकल बूथ स्थापित हो जाएं और बूथ भी ऐसे जिनमें बीमारियों के लक्षण सिलेक्ट करने पर दवाइयां अपने आप मशीन द्वारा निकलकर मरीजों को मिल जाएं, ऐसा न्यू आइडिया छत्तीसगढ़ से युवा महोत्सव में हिस्सा लेने आई प्रियंका ने युवा संसद में दिया। उन्होंने बताया कि वह गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान कर रही हैं।