नोएडा। अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए यूपी पुलिस इन दिनों लगातार एनकाउंटर कर रही है। कानून व्यवस्था बनाने की यूपी पुलिस की इस कोशिश की जहां तारीफ हो रही है, वहीं नोएडा में एक एनकाउंटर के मामले में पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है।
इस मामले में पीड़ित जितेंद्र के परिवार का आरोप है कि रात में नोएडा पुलिस ने फर्जी एनकाउंटर करने की कोशिश थी। बता दें कि जितेंद्र पर्थला गांव में जिम चलाता है। उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड भी नहीं है। गोली गले में लगी है और रीढ़ की हड्डी में अटक गई है। डीआईजी लव कुमार मामले की निष्पक्ष जांच की बात कह रहे हैं। इस मामले में एसएसपी लव कुमार ने कहा कि, पुलिसकर्मी और जितेंद्र के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी, इसी दौरान सब-इंस्पेक्टर ने गोली मार दी। जिसके बाद घायल जितेंद्र को फोर्टिस अस्पताल लाया गया।
घरवालों के मुताबिक़ युवक अपनी बहन की सगाई से लौट रहा था। पुलिस ने जानबूझ कर सीधा गर्दन पर ही गोली चलाई। वहीं एक अन्य युवक के परिवार का आरोप है कि पुलिस ने जानबूझकर गोली चलाई।
शादी समारोह से लौट रहे थे चार दोस्त-
जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे जितेंद्र यादव अपने दोस्तों के साथ स्कॉर्पियो से बहरामपुर से बहन की सगाई कर लौट रहे थे। जब वो नोएडा के सेक्टर 122 के सीएनजी पंप पर पहुंचे तो वहां उनकी पुलिस से कहासुनी हो गई। इसी दौरान विजयदर्शन नाम के पुलिसकर्मी ने गोली मार दी।