मनीष गुप्ता
नई दिल्ली,। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 59,118 नए मामले सामने आने के बाद देश
में संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,18,46,652 हो गई। इस साल एक दिन में सामने आए यह
सर्वाधिक मामले हैं।
आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले 18 अक्टूबर 2020 को 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 61,871 नए मामले सामने
आए थे। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के
अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी करीब साढ़े तीन महीने बाद चार लाख के पार पहुंच गई है।
आंकड़ों के अनुसार, लगातार 16वें दिन वायरस के नए मामलों में बढ़ोतरी के साथ ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या
बढ़कर 4,21,066 हो गई, जो कुल मामलों का 3.55 प्रतिशत है। वहीं, 24 घंटे में 257 और मरीजों की मौत के
बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,60,949 हो गई।
आंकड़ों के अनुसार, देश में कुल 1,12,64,637 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। हालांकि, मरीजों के ठीक होने की
राष्ट्रीय दर में और गिरावट आई है और अब वह 95.09 प्रतिशत हो गई है। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.36
प्रतिशत है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर
को 40 लाख से अधिक हो गई थी।
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29
अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख रहे और 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार चले गए
थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 25 मार्च तक 23,86,04,638 नमूनों की
कोविड-19 संबंधी जांच की गई। इनमें से 11,00,756 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई थी।
आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में जिन 257 लोगों की मौत वायरस से हुई, उनमें से महाराष्ट्र के 111, पंजाब
के 43, छत्तीसगढ़ के 15, केरल के 12, तमिलनाडु के 11 और कर्नाटक के 10 लोग थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से अभी तक कुल 1,60,949 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से
महाराष्ट्र के 53,795, तमिलनाडु के 12,641, कर्नाटक के 12,471, दिल्ली के 10,978, पश्चिम बंगाल के 10,316,
उत्तर प्रदेश के 8,773, आंध्र प्रदेश के 7,201 और पंजाब के 6,517 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को
अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के
साथ मिलान किया जा रहा है।