नई दिल्ली। दिल्ली में अगले साल से शराब की होम डिलीवरी हो सकती है। शराब बनाने वाली कई कंपनियों ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए तैयार हो रही आबकारी नीति में शराब की होम डिलीवरी की अनुमति देने का सुझाव दिया है। आबकारी विभाग ने गत वर्ष दिसंबर के अंतिम सप्ताह में सार्वजनिक सूचना जारी कर 15 दिन के भीतर सुझाव मांगे थे।
शराब बनाने वाली कई कंपनियों ने सुझाव दिया है कि नई आबकारी नीति में शराब की होम डिलीवरी की योजना शामिल की जाए। ऐसा करने से शराब पीने के शौकीन लोगों को घर बैठे मनपसंद ब्रांड की शराब मिल सकेगी। इसके लिए उन्हें अतिरिक्त पैसे खर्च करने पड़ेंगे। इससे कंपनियों का कारोबार बढ़ेगा और होम डिलीवरी के कार्य में लगने से बहुत से लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा।
शराब खरीदने की उम्र कम की जाए आबकारी विभाग के पास दिल्ली में शराब खरीदने वालों की उम्र सीमा कम किए जाने का भी सुझाव आया है। कहा गया है कि कुछ राज्यों में शराब खरीदने के लिए 18 साल की उम्र निर्धारित है तो किसी राज्य में 21 साल का व्यक्ति शराब खरीद सकता है और बार में शराब पी सकता है।
वहीं दिल्ली में शराब खरीदने और पीने की उम्र 25 साल है। इसलिए दिल्ली में भी शराब खरीदने और पीने की उम्र घटाकर 21 साल की जाए। शराब की तस्करी पर रोक के लिए उठाए जाएं सख्त कदम हरियाणा में दिल्ली की अपेक्षा शराब सस्ती है। इसके चलते दिल्ली में हरियाणा की शराब की तस्करी हो रही है।
आबकारी विभाग ने कई लोगों को पकड़ा है। इसमें कई लोग ऐसे भी हैं जो तस्कर नहीं थे, मगर सस्ती होने के चलते शराब की कुछ बोतल लेकर दिल्ली में आ रहे थे। ऐसे लोगों पर भी मुकदमे दर्ज किए गए हैं और उनके वाहन भी जब्त किए गए हैं। शराब बनाने वाली कंपनियों ने नई आबकारी नीति में इस मामले में और सख्ती किए जाने के सुझाव दिए हैं।
बेंगलुरु में है होम डिलीवरी की व्यवस्था-
बेंगलुरु में शराब की होम डिलीवरी की व्यवस्था है। वहां शराब की दुकानों, बार-रेस्तरां को होम डिलीवरी करने की स्वीकृति दी जाती है। इस नीति को वहां सफल माना जा रहा है। शराब की होम डिलीवरी के लिए दुकान का लाइसेंस देते समय एरिया निर्धारित किया जाता है। दुकान से खरीदी जाने वाली और होम डिलीवरी वाली शराब के दाम अलग निर्धारित हैं।