नई दिल्ली। दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्यवस्था और बेहतर करने की तैयारियां जारी है। सरकार का मानना है कि लोगों को बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधा मिल सके इसके लिहाज से मेट्रो फीडर बसों की संख्या में इजाफा होना चाहिए। राज्य के परिवाहन विभाग ने राजधानी में 1 हजार नई मेट्रो फीडर बसों को लेकर प्रस्ताव बनाया है। इसे लेकर अगले कुछ दिनों में विभाग और डीएमआरसी के अधिकारियों के बीच बैठक हो सकती है।
मेट्रो फीडर बसों की संख्या में इजाफा
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि सरकार की ओर से डीएमआरसी पर यह दबाव बनाया जा रहा है कि मेट्रो फीडर बसों की संख्या में इजाफा हो जिससे लोगों को मेट्रो स्टेशनों तक आने में परेशानी न हो।मंत्री के मुताबिक मेट्रो फीडर बसों की संख्या जरूरत के मुताबिक काफी कम है। 291 बसें चल रही हैं, जबकि कम से कम 600 बसें होनी चाहिए। गहलोत ने कहा कि सरकार चाहती है कि डीएमआरसी जल्द से जल्द नई बसें लाने का प्रक्रिया शुरू करे। परिवहन विभाग इस मसले पर डीएमआरसी अधिकारियों के साथ मीटिंग भी करने जा रहा है।
25 सीटर मिनी बसों को लाने की योजना
माना जा हा है कि एक हजार बसों के लिए करीब 120 रूट बनाए जा सकते हैं। ज्यादतर रूट 23 से 24 किलोमीटर के होंगे। ऐवरेज रूट 12 से 13 किमी का होगा। अभी जो मेट्रो फीडर बसें चल रही हैं, वे 26 से 40 सीटर हैं। अब 25 सीटर मिनी बसों को लाने की योजना है ताकि भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी ये बसें चलाई जा सकें और वहां के लोगों को मेट्रो स्टेशनों तक पहुंचने में आसानी हो।