नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को चुनाव आयोग द्वारा अयोग्य घोषित किए जाने की खबरों के बाद सियासी घमासान मचा हुआ है। आम आदमी पार्टी आयोग की इस कार्रवाई पर सवाल उठा रही है वहीं कपिल मिश्रा और आप नेता कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है।
पार्टी में साइडलाइन किए गए कुमार विश्वास ने पूरे मामले पर अफसोस जताते हुए कहा कि केजरीवाल ने उनकी बात नहीं मानी। कुमार विश्वास ने मीडिया से कहा कि आप के 20 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण है, मैंने पहले ही कई मशवरे दिए थे लेकिन मुझे कहा गया कि लोगों की नियुक्ता का सीएम केजरीवाल को विशेषाधिकार है जिसके बाद में चुप हो गया।
वहीं पूर्व आप नेता कपिल मिश्रा ने एक रिपोर्ट जारी की है। उन्होंने इसे पार्टी की आंतरिक रिपोर्ट करार देते हुए दावा किया है कि अगर अयोग्य घोषित किए गए विधायकों की सीटों पर उपचुनाव होते हैं तो आप को एक भी सीट नहीं मिलेगी। हालांकि, सूत्रों के अनुसार आम आदमी पार्टी ने एक बयान में इस रिपोर्ट को झूठा करार देते हुए कहा है कि उसने ऐसा कोई सर्वे नहीं करवाया है।
आप ने दिया अन्य राज्यों का हवाला
इस बीच आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर अन्य राज्यों के संसदीय सचिवों का मामला उठाते हुए पूरे मामले को अपने खिलाफ राजनीतिक षडयंत्र करार दिया है। पार्टी के आधिकारिक ट्विटर आकाउंट पर किए गए ट्वीट में लिखा है कि अन्य राज्यों की सरकारों ने संसदीय सचिव नियुक्त किये, जिसके नाम पर करोड़ो, अरबों का फण्ड खर्च हुआ, दिल्ली सरकार ने भी संसदीय सचिव नियुक्त किये लेकिन एक भी रुपया खर्च नहीं किया, तो फिर AAP के साथ ये भेदभाव क्यों ?
बता दें कि आप के शुक्रवार को चुनाव आयोग की बैठक के बाद यह खबर सामने आई थी कि आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को लाभ के पद मामले में अयोग्य करार दे दिया गया है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।