फरीदाबाद। डिफॉल्टर से बकाया वसूलना बिजली निगम के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। गुरुवार दोपहर को बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता ने अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रत्येक सप्ताह करीब 10 हजार डिफाल्टर उपभोक्ताओं को ब्याज माफी योजना में शामिल करने का निर्देश दिया है। सेक्टर-23 स्थित बिजली निगम के जिला मुख्यालय में हुई बैठक में निगम के अधीक्षण अभियंता पीके चौहान ने कार्यकारी अभियंता ओल्ड डिविजन कुलदीप अत्री, कार्यकारी अभियंता एनआईटी डिविजन जितेंद्र ढुल सहित जिले के अधिकांश उपमंडल अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन उपभोक्ताओं के पास विभाग का बड़ा बकाया है। उनकी सूची बनाई जाए। उनके ठिकानों पर इलाके के बिजली कर्मचारियों को भेजा जाए। वहीं प्रत्येक सप्ताह 10 हजार उपभोक्ताओं को ब्याजमाफी योजना में शामिल करने का लक्ष्य रखें। उन्होंने कहा कि 31 जनवरी तक सभी 44 हजार डिफॉल्टर उपभोक्ताओं को इस योजना के दायरे में लाना होगा। इसके लिए उपभोक्ताओं को इस योजना का लाभ बताना होगा। बीपीएल वर्ग से ताल्लुक रखने वालों को इस योजना का बड़ा लाभ है। बीपीएल परिवारों तक इस योजना के बारे में जानकारी दी जाए। उल्लेखनीय है कि अभी विभाग का डिफाल्टर उपभोक्ताओं पर 181 करोड़ रुपये बकाया है, जिसे 31 जनवरी तक वसूल करना है। आठ लाख का बिल मात्र बाइस सौ रुपये में निपटाफरीदाबाद। ब्याजमाफी योजना का लाभ लेने वाले डिफॉल्टर उपभोक्ताओं की बल्ले-बल्ले हो रही है। उनके लाखों के बिल हजारों रुपये जमा करके निपट रहे हैं। ऐसा ही एक और मामला बिजली निगम कार्यालय पहुंचा है। जिसमें समयपुर गांव निवासी उपभोक्ता राजवीर का बिल 8,18,530 रुपये का बिल था। ब्याज माफी योजना के दायरे में आने से यह बकाया बिल मात्र 2,277 रुपये देकर निपट गया। अधीक्षण अभियंता पीके चौहान ने बताया कि बीपीएल परिवारों को इस योजना का सबसे अच्छा लाभ मिल रहा है। वहीं सामान्य वर्ग के उपभोक्ताओं को भी काफी लाभ मिल रहा है।