सतना। साल 2018 के अंत में मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आए सर्वे में कांग्रेस की जीत पक्की बताई जा रही थी। लेकिन, मध्य प्रदेश में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच के आपसी मतभेदों और शिवराज द्वारा प्रदेश में अटलजी की अस्थि कलश यात्रा को देखते हुए कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है।
इन दिनों सभी राजनैतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस से एक बार फिर विवादों की खबरें सुर्खियां बटोरती हुई दिखाई दीं। खरगोन में टिकट बंटवांरे को लेकर कांग्रेस में युद्ध छिड़ गया। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया के सामने ही कार्यकर्ताओं ने टिकट को लेकर मारपीट की।
दीपक बावरिया विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कार्यकर्ताओं से बातचीत करने के लिए खरगोन पहुंचे थे। जहां पर टिकट बंटवारे को लेकर कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए, जिसके बाद बावरिया कार्यक्रम छोड़ कर चले गए। बावरिया ने बताया कि उन्होंने कार्यकर्ताओं को शांति से बैठने के लिए कहा मगर कार्यकर्ताओं ने कहा कि वह शांति से नहीं बैठ सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि सी वोर्टर ने अपने सर्वे में बताया था कि जनता की पहली पसंद कांग्रेस है, जबकि बीजेपी दूसरे स्थान पर पहुंच गई है। वहीं, मुख्यमंत्री के तौर पर देखा जाए तो मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान लोगों की पहली पसंद हैं, भले ही वह बीजेपी को सत्ता में न देखना चाहते हो। जबकि, कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर जनता के बीच बंटवारा आज भी है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं और सर्वे में बताया गया था कि 117 सीटों के साथ कांग्रेस राज्य की पहली पसंद है, जबकि बीजेपी को 106 सीटें ही मिलते हुई दिखाई दे रही हैं और अन्य की बात की जाए तो इस बार 7 सीटें उन्हें मिलती हुई दिखाई दे रही हैं।