सारांश गुप्ता
गुरुग्राम। सिकंदरपुर अरावली क्षेत्र में सोमवार दोपहर झुग्गियों का मलबा हटाने के लिए गई
पुलिस और नगर निगम की टीम पर पथराव हो गया। झुग्गियों में रहने वालों ने एक पीसीआर के शीशे तोड़ दिए।
पुलिसकर्मियों ने मौके से भाग कर अपनी जान बचाई। मौके पर दो महिलाएं जमीन पर लेट गई और कार्रवाई का
विरोध किया। जिसके बाद महिला पुलिसकर्मी दोनों को अस्पताल ले गई। हालांकि पथराव में किसी को चोट नहीं
लगी, लेकिन दिनभर तनाव का माहौल रहा।
सिकंदरपुर अरावली में लगभग ढाई किलोमीटर एरिया में हजारों झुग्गियां बनी हुई थीं। नगर निगम की इन्फोर्समेंट
टीम ने कई बार यहां पर बनी अवैध झुग्गियों को तोड़ने का अभियान चलाया था। पिछले कई दिनों से तोड़ी गई
झुग्गियों का मलबा हटाने के लिए निगम की टीम अरावली में पहुंच रही है। सोमवार दोपहर में नगर निगम के
संयुक्त आयुक्त हरिओम अत्री, जेई हरिओम व लगभग 100 पुलिसकर्मी मलबे को हटवाने के लिए अरावली में
पहुंचे।
कार्रवाई का विरोध कर रहे लगभग 30-40 महिलाएं व पुरुषों की टीम के साथ बहस होने लगी। टीम का रास्ता
रोकने के लिए दो महिलाएं जमीन पर लेट गई। तबीयत बिगड़ती देख पुलिस उनको अस्पताल ले गई। इससे
गुस्साए लोगों ने पुलिस व निगम की टीम पर पथराव कर दिया। गनीमत ये रही कि किसी को चोट नहीं लगी।
बता दें कि गत बृहस्पतिवार को भी निगम की टीम व सफाईकर्मियों पर पथराव हो गया और सफाईकर्मी घायल हो
गए थे।
40 ट्राली और 15 जेसीबी से हटाया मलबा : तोड़ी गई झुग्गियों के मलबे का 40 ट्राली और 15 जेसीबी से
सफाया किया गया। संयुक्त आयुक्त हरिओम अत्री ने बताया कि निगम जमीन को खाली करवा लिया गया है। कुछ
लोगों ने विरोध करने के साथ टीम पर पथराव किया है। इसकी शिकायत पुलिस थाने में दी जाएगी।