नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भले ही केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मानहानि का केस लगा रखा हो लेकिन गुरवार को मामला कुछ और ही था। सारी कड़वाहट भूलकर यह दोनों गुरुवार रात एक डिनर में साथ नजर आए और दोनों के चेहरों पर मुस्कान भी नजर आई।
बता दें कि अरुण जेटली ने केजरीवाल पर 20 करोड़ रुपये की मानहानि का केस दिल्ली हाईकोर्ट में किया है। डीडीसीए भ्रष्टाचार का मामला उठाने के बाद केजरीवाल-जेटली के बीच कड़वाहट जग जाहिर है, ऐसे में यह दृश्य बाकी नेताओं को भी हैरान कर गया।
दरअसल गुरुवा को दिल्ली में हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर से कौंसिल के सभी सदस्यों के लिए फाइव सेंसेज गार्डन में डिनर आयोजित किया गया था।
केजरीवाल द्वारा दिए जाने वाले डिनर में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली भी पहुंचे। शुरुआत में अरुण जेटली केजरीवाल के डिनर में जाने के इच्छुक नहीं थे, लेकिन दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बहुत अनुरोध करने पर वह उसमें शामिल हुए।
दोनों को बेहद पास देखकर वहां पहुंचे अन्य नेता भी हैरान रह गए। दोनों एक-दूसरे की बातों पर ठहाके भी लगाते नजर आए। इस कार्यक्रम की तस्वीरों को देखकर कहा जा सकता है कि उनके बीच बातचीत के दौरान दोनों के चेहरों पर मुस्कराहट दिख रही है।
जानकारी के मुताबिक, जीएसटी काउंसिल की बैठक खत्म होने के बाद राज्यों के वित्त मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों के आयोजन स्थल विज्ञान भवन के हॉल से बाहर आने के दौरान पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया।
इस डिनर के बारे में जीएसटी काउंसिल और वित्त मंत्री के मीडिया प्रभारियों की तरफ से कोई जानकारी शेयर नहीं की गई, लेकिन आम आदमी पार्टी के ट्विटर हैंडल पर इसकी कई अच्छी तस्वीरें साझा की गई हैं।
बता दें कि डिनर में केजरीवाल के साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के अलावा दिल्ली के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन भी थे। दिल्ली सरकार ने सभी अतिथियों को आयोजन स्थल तक पहुंचाने के लिए 8 लग्जरी बसों की भी व्यवस्था की थी। कई अतिथियों ने तो ट्रैफिक जाम और देरी से बचने के लिए मेट्रो, फिर कैब का भी सहारा लिया।
केजरीवाल पर अरुण जेटली ने किया है 20 करोड़ का मुकदमा
गौरतलब है कि अरुण जेटली ने केजरीवाल के अलावा के आशुतोष, कुमार विश्वास, संजय सिंह, राघव चड्ढा और दीपक बाजपेयी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा किया है। AAP के नेताओं ने DDCA में अरुण जेटली के अध्यक्ष रहने के दौरान भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, जिस पर अरुण जेटली ने 10 करोड़ रुपये की मानहानि का दावा किया है। हालांकि, बाद में अरुण जेटली ने 10 करोड़ रुपये का एक और मुकदमा किया, जिससे यह मानहानि की रकम 20 करोड़ रुपये हो गई है।