नई दिल्ली: गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट द्वारा 14 मई को दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में 1857 के क्रांतिकारियों,देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले महान सपूतों और आजाद हिन्द फौज के स्वतंत्रता सेनानियों को क्रांति चक्र से सम्मानित किया गया और उनके याद में विभिन्न कार्यक्रमों को आयोजन किया गया । गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट के सचिव एवं प्रवक्ता रोमी भाटी ने कहा कि हमने ऐसे 800 शहीदों को चिन्हित किया जो 1857 के क्रांति एवं अन्य आजादी के संग्राम में हिस्सा लिए लेकिन उन्हें भुला दिया गया जिनमें से 350 स्वतंत्रता सेनानी के परिवार को आज ट्रस्ट द्वारा क्रांति चक्र से सम्मानित किया गया l क्रान्ति चक्र से सम्मानित हुए स्वतन्त्रता सेनानी के परिवारों ने उनका सम्मान ग्रहण किया l ग्रेटर नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद सहित देश के विभिन्न जगहों से सम्मान ग्रहण करने गुमनाम अमर शहिदों के परिवार पहुंचे थे l इनमें आजाद हिंद फौज के चैती राम के पुत्र थे अधाना, सुरेश अधना, आजाद हिंद फौज के रुप सिंह के पुत्र इंद्रजीत, छीतर सिंह के पुत्र, गोपिया जी का वंशज रामेश्वर चेती आदि प्रमुख थे l
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली सरकार के केंद्रीय मंत्री राजकुमार आनन्द के अलावा दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश विधुडी, उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री नवाब सिंह नागर एवं पूर्व मंत्री राजकुमार भाटी सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे l
गुर्जर आर्ट एवं कल्चरल ट्रस्ट की ओर से ट्रस्ट के सचिव व प्रवक्ता रोमी भाटी और चेयरमैन दिवाकर बिधूरी ने दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार आनन्द से आग्रह किया कि दिल्ली सरकार गुर्जर कला एवं संस्कृति के बढ़ावा देने के लिए गुर्जरी भाषा अकादमी की स्थापना करे l साथ ही हम सरकार से ये मांग करते हैं कि गुमनाम शहीदों वो सभी सुविधाएं मिले जो एक स्वतन्त्रता सेनानी को मिलनी चाहिए।l मंत्री राजकुमार आनन्द ने आश्वासन देते हुए कहा कि गुर्जरी भाषा अकादमी के लिए मैं अपनी दिल्ली सरकार से बात करुंगा एवं गुर्जर समाज एवं अन्य गुमनाम शहीदों को सम्मान दिलाने के दिशा में भी यथा संभव उचित कदम उठाएंगे l
इस अवसर पर ट्रस्ट के सचिव व प्रवक्ता रोमी भाटी एवं ट्रस्ट के चेयरमैन दिवाकर बिधूड़ी के अलावा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष जगदीश लोहिया, ट्रस्टी धर्मवीर बेसोया , ट्रस्टी राम कुमार तंवर, सह सचिव नीतू श्यामदेव भड़ाना सह सचिव अन्नु भड़ाना एवं निर्मल डेढ़ा के अलावा सैकड़ों की संख्या में ट्रस्ट कार्यकर्ता मौजूद थे l
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से किया गया है उसके बाद विभिन्न गायकों द्वारा रागिनी गान की प्रस्तुति ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया स्कूली छात्रों द्वारा राष्ट्रभक्ति गीत की प्रस्तुति एवं कोतवाल धन सिंह गुर्जर पर केंद्रित नीति नाटिका ने उपस्थित लोगों को भावुक कर दिया l सांस्कृतिक कार्यक्रम के पश्चात मुख्य अतिथि एवं आयोजकों द्वारा यहां पर आए 350 शहीदों के परिवार देश के आजादी के लिए अपने प्राण निछावर करने वाले गुमनाम शहीदों को दिए गए क्रांति चक्र सम्मान ग्रहण किए l
1857 की क्रांति के शुरुआत के दिवस पर 10 मई को मेरठ से क्रांति पद यात्रा निकाला गया जो विभिन्न जगहों से होते हुए 14 मई को दिल्ली पहुंचा । ट्रस्ट के प्रवक्ता रोमी भाटी ने बताया कि शहीद क्रांति यात्रा धन सिंह कोतवाल जिन्होंने क्रांति की शुरुआत की थी,मेरठ की कोतवाली में मौजूद उनकी मूर्ति से ये यात्रा शुरू किया गया। ये यात्रा अन्य राज्यों से होते हुए 14 मई को दिल्ली पहुंचा, जहां इसका समापन हुआ एवं शहीदों के सम्मान में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ट्रस्ट के चेयरमैन दिवाकर बिधूड़ी ने बताया कि इतिहास में ऐसे बहुत से स्वतंत्रता सेनानी थे जिनको हमारी किताबों में चिन्हित करने से चूक हो गई। गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट ऐसे सेनानियों को ढूंढ़ने का काम किया और उन्हें दिल्ली के जवाहर लाल स्टेडियम में क्रांति चक्र देकर सम्मानित किया l
अवॉर्ड लेने आए अमर शहीदों के परिवार ने गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट को दिल से धन्यवाद देते हुए कहा कि सरकारों ने तो हमें भूला ही दिया था, सरकार के बेरूखी के वावजूद ट्रस्ट ने हमें इतना बड़ा सम्मान दिया.