कोविड-19: संक्रमण से मौत के 2,020 मामले आए सामने

asiakhabar.com | July 13, 2021 | 5:08 pm IST
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सचिन चोपड़ा

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में कोविड-19 मरीजों की मौत के आंकड़ों के फिर से मिलान के बाद

हुई बढ़ोतरी से भारत में एक दिन में संक्रमण से मौत के 2,020 मामले सामने आए और मृतक संख्या बढ़कर
4,10,784 हो गई। वहीं, देश में 118 दिन बाद संक्रमण के सबसे कम 31,443 नए मामले सामने आने के बाद
संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,09,05,819 हो गई।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में
कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 4,31,315 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.40 प्रतिशत
है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.28 प्रतिशत है।
आंकड़ों के अनुसार, अभी तक कुल 43,40,58,138 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से
17,40,325 नमूनों की जांच सोमवार को की गई। देश में नमूनों के संक्रमित आने की दैनिक दर घटकर 1.81
प्रतिशत हो गई है। यह पिछले 22 दिनों से लगातार तीन प्रतिशत से कम है। नमूनों के संक्रमित आने की
साप्ताहिक दर 2.28 प्रतिशत है। अभी तक कुल 3,00,63,720 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। कोविड-19 से मृत्यु
दर 1.32 प्रतिशत है।
देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 38.14 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर
को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60
लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19
दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले
गए थे।
आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के जो 2,020 मामले सामने आए, उनमें से मध्य
प्रदेश के 1,481, महाराष्ट्र के 146 और करेल के 100 लोग थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,10,784 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से
महाराष्ट्र के
1,26,024 , कर्नाटक के 35,896 , तमिलनाडु के 33,454 , दिल्ली के 25,018 , उत्तर प्रदेश के 22,700 , पश्चिम
बंगाल के 17,927 और पंजाब के 16,193 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को
अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान
अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।


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