लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी(बसपा) के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर बसपा
मुखिया मायावती आज चुनावी शंखनाद करेंगी। राजधानी लखनऊ में होने वाली श्रद्धांजलि सभा में राज्य भर से
कार्यकर्ता बुलाए गए हैं। रैली के बहाने बसपा जहां शक्ति प्रदर्शन करेगी, वहीं आगे के कार्यक्रमों की घोषणा भी
करेगी।
अभी हाल में पार्टी कार्यालय में हुए ब्राह्मण सम्मेलन में मायावती ने कार्यकर्ताओं से चुनावी तैयारियों में जुटने को
कहा था, लेकिन यह सिर्फ एक वर्ग का सम्मेलन था। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बसपा की ओर से आज
कांशीराम स्मारक स्थल पर होने वाली यह पहली बड़ी रैली होगी जिसमें समाज के हर वर्ग से जुड़े कार्यकर्ता शामिल
होंगे।
विधानसभा चुनाव से पहले बसपा यह दिखाना चाहती है कि उसका जनाधार अभी बरकरार है और अब भी सबसे
ज्यादा भीड़ इकट्ठा करने की क्षमता उसके ही पास है। इसके जरिए पार्टी विपक्षी दलों के साथ ही दलितों को भी
यह संदेश देगी कि बसपा सभी वर्गों को साथ लेकर जरूर चल रही है, लेकिन उसे अपने कोर दलित वोटर पर सबसे
ज्यादा भरोसा है।
बसपा के पदाधिकारी के अनुसार सभी जिलों से दो-दो बसों में कार्यकर्ताओं को लाने को कहा गया है। लखनऊ के
आसपास के जिलों में बसों की संख्या को बढ़ाने के लिए कहा गया है। पार्टी महासचिव सतीश मिश्रा शुक्रवार देर
रात तक तैयारियों पर नजर रखे हुए थे। उन्होंने बताया कि कांशीराम पुण्यतिथि पर इस बार मंडल स्तर पर कोई
कार्यक्रम नहीं होगा। सिर्फ लखनऊ में सभा रखी गई है।
ज्ञात हो कि बसपा प्रमुख मायावती ने नौ अक्टूबर को कांशीराम पुण्यतिथि के अवसर पर होने वाली रैली की तैयारी
के लिए कार्यकर्ताओं के लक्ष्य पहले ही तय कर दिए थे। बसपा सुप्रीमो ने अपने सभी जिलाध्यक्षों और कोऑर्डिनेटरों
की बैठक में निर्देश दिए थे कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से पांच-पांच बसों में कार्यकर्ताओं को लखनऊ लाया जाए।
इसके अतिरिक्त अपने निजी वाहनों से भी कार्यकर्ता यहां पहुंचेंगे। प्रत्येक विधानसभा से 1000 लोगों को लाए जाने
का लक्ष्य दिया गया था।
गौरतलब है कि ब्राह्मण सम्मेलन के दौरान बसपा प्रमुख मायावती ने एलान किया था कि इस बार 9 अक्टूबर को
बसपा संस्थापक कांशीराम पुण्यतिथि का कार्यक्रम जिला और मंडल स्तर पर कोई पार्टी स्तरीय आयोजन नहीं
होगा। इस बार प्रदेश भर का कार्यक्रम लखनऊ में आयोजित होगा। जिसमें प्रदेश भर के लोग आकर कांशीराम पार्क
में कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।