सुमित चौधरी
फरीदाबाद। लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसे में वे मौका देखते हुए पुलिस को चकमा देकर निकल पड़ते हैं। ऐसे सैकड़ों प्रवासी मजदूर दो बॉर्डर पार करने
के बाद फरीदाबाद में पकड़े गए। फरीदाबाद में सैकड़ों मरीजों की तादाद सड़क पर देखने के बाद पुलिस विभाग में
हड़कंप मच गया और आनन-फानन में ओल्ड फरीदाबाद के पास सभी प्रवासी मजदूरों को नेशनल हाईवे पर ही रोक
दिया।
पुलिस ने सभी के नाम पते दर्ज किए गए और आने और जाने का कारण भी पूछा। खुद एसीपी महेंद्र वर्मा ने सभी
प्रवासी मजदूरों से जानकारी ली और बताते हुए कहा कि यह सभी प्रवासी मजदूर मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और
दिल्ली व गुरुग्राम के आसपास काम करते हैं। देर रात को इन्होंने बॉर्डर क्रॉस किया और मध्यप्रदेश के लिए
फरीदाबाद के रास्ते निकल लिए। अब पुलिस वापस इन्हें दिल्ली और गुरुग्राम भेजने की तैयारी कर रही है।
प्रवासी मजदूरों ने बताया अपना दुख, बोले, किसी तरह 21 दिन पूरे किए, लेकिन अब नहीं सहा जा रहा
वहीं मजदूरों की मानें तो जहां वह रह रहे हैं वहां उन्हें खाने-पीने की सुविधा नहीं मिल रही है। उन्होंने पहले चरण
के 21 दिन लॉक डाउन का पालन किया और उसके बाद दूसरे चरण के 6 दिनों का भी पालन किया। मगर अब
उनकी मजबूरी है कि उन्हें अपने अपने गांव लौटना पड़ रहा है। आधा परिवार उनका गांव में है और आधा परिवार
यहां दिल्ली एनसीआर में फंसा हुआ है। खाने पीने की किल्लत सामने आने लगी है। ऐसे में वह चाहते हैं कि वह
अपने अपने घर पहुंच जाएं। मजदूरों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि दिल्ली और
गुरुग्राम बॉर्डर से आते वक्त किसी पुलिसकर्मी ने उन्हें नहीं रोका मगर यहां फरीदाबाद पहुंचने पर रोक दिया गया
है।