नई दिल्ली। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने शुक्रवार को ‘पोषण अभियान’ के एक साल पूरे होने पर ‘पोषण पखवाड़ा’ चलाए जाने की घोषणा की है। यह पखवाड़ा अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च से शुरू होगा, जो 22 मार्च तक चलेगा। यह जानकारी केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने शास्त्री भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेस में दी। मेनका गांधी ने कहा कि यह पखवाड़ा प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार पूरे देश में मनाया जाएगा। इस पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य एक करोड़ महिलाओं/लड़कियों का एनीमिया का इलाज किया जाना है। इस दौरान महिलाओं का चेकअप किया जाएगा और एनिमिया से पीड़ित पाई जाने वाली महिला/लड़की को आईएफए टैबलेट दी जाएगी। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देशभर में महिलाओं के पोषण से संबंधित कई गतिविधियां होंगी, जिसमें प्रभात फेरी, स्कूलों में पोषण से संबंधित सत्र आयोजित किए जाएंगे, स्वयं सहायता समूह द्वारा बैठकें की जाएंगी, आंगनवाड़ी, आशा, एएनएम कार्यकर्ता द्वारा नवजात शिशु(न्यू बार्न बेबी) के घर जाकर उसके पोषण के बारे में बताने जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसके अलावा गांव स्वास्थ्य स्वच्छता और पोषण दिवस कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हैशटैग पोषण पखवाड़ा अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में 15 से ज्यादा मंत्रालय हिस्सा ले रहे हैं, जो इन गतिविधियों का कार्यान्वयन करेंगे।