दिल्ली।भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) द्वारा प्रायोजित अल्पकालिक अनुभवजन्य अनुसंधान परियोजना के लिए एक प्रसार कार्यशाला का आयोजन भारती कॉलेज के सभागार में किया गया था। बुधवार, 6 मार्च को आयोजित इस कार्यशाला का शीर्षक था, “भारत में नई आयकर व्यवस्था के कम कार्यान्वयन के पीछे जागरूकता की कमी और अन्य विसंगतियां” कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. वी. के. सिंघानिया थे।
डॉ. वी. के. सिंघानिया ने कराधान में अपनी विशेषज्ञता साझा की और उपस्थित लोगों को भारत में पुरानी और नई कर व्यवस्था में अंतर के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि भविष्य में कैसे सूचित विकल्प चुन सकते हैं। कार्यशाला में प्रोफेसर सलोनी गुप्ता (प्रिंसिपल), डॉ. सोनिया कौशिक (परियोजना निदेशक) और अन्य सह-परियोजना निदेशक भी उपस्थित थे। इस कार्यशाला में लगभग 350 शिक्षाविदों, अनुसंधान विद्वानों, छात्रों, कर प्रबंधन सलाहकारों, परियोजना के उत्तरदाताओं और विभिन्न कॉलेजों के गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने भाग लिया। डॉ. सोनिया कौशिक द्वारा परियोजना के परिणामों को सभी उपस्थित लोगों के साथ साझा किया गया। इस कार्यशाला के सफल आयोजन के बाद, भारत में नई कर व्यवस्था की अनुकूलनशीलता बढ़ाने के लिए प्राथमिक सर्वेक्षण और गुणात्मक साक्षात्कार और उपस्थित लोगों के सुझावों के आधार पर महत्वपूर्ण नीति सिफारिशें की जाएंगी।